मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार ने रविवार को कहा कि देश के कई हिस्सों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीतिक शक्ति कम हो रही है. यहां राकांपा के पदाधिकारियों की एक बैठक को संबोधित करते हुए पवार ने यह भी कहा कि लोग उन (दलों और नेताओं) का समर्थन नहीं कर रहे हैं जो भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, "इस देश की जनता उन लोगों के साथ नहीं है जो भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहते हैं. यह अखिल भारतीय स्तर की तस्वीर है. आप देश का नक्शा निकालकर देखिए, दक्षिण भारत के एक भी राज्य में भाजपा सत्ता में नहीं है.” Himanta Vishwa Sharma On Rahul Gandhi: पाक पर जीत के लिए टीम इंडिया को बधाई नहीं देने को लेकर CM हिमंत विश्व शर्मा ने राहुल गांधी पर निशाना साधा, कहा- 'मोहब्बत की दुकान' से नहीं निकला एक भी शब्द
पवार के भतीजे और वरिष्ठ राकांपा नेता अजित पवार इस साल जुलाई में आठ विधायकों के साथ महाराष्ट्र में शिवसेना-भाजपा सरकार में शामिल हो गए थे. अजित का दावा है कि उन्हें राकांपा के अधिकांश विधायकों का समर्थन प्राप्त है और उन्होंने पार्टी के नाम और चुनाव चिह्न पर भी दावा किया है.
पवार ने 2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद अविभाजित शिवसेना के नेता उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) की सरकार बनवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. शरद पवार ने कहा कि शिवसेना को विभाजित करके भाजपा राज्य में सत्ता में आई है.
उन्होंने दावा किया कि इसी तरह का फॉर्मूला गोवा के साथ-साथ मध्य प्रदेश में भी लागू किया गया था. मध्य प्रदेश में मार्च 2020 तक कांग्रेस सत्ता में थी और फिर उसकी सरकार गिर गई थी. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया, “राजस्थान, पंजाब, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और पश्चिम बंगाल में भाजपा सत्तारूढ़ पार्टी नहीं है. उत्तर प्रदेश और कुछ अन्य राज्यों को छोड़कर देश के अन्य सभी हिस्सों में भाजपा की राजनीतिक ताकत कम हो रही है.”
पवार ने यह भी कहा कि चुनाव के बाद राजनीतिक तस्वीर साफ हो जाएगी. उन्होंने कहा, “ सत्ता के दुरुपयोग के कारण भाजपा सत्ता गंवा रही है. पार्टी की ओर से लिए गए फैसले आम आदमी को सशक्त नहीं करते हैं.”
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