हरिश्चंद्रपुर (पश्चिम बंगाल), 30 अप्रैल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर केंद्रीय परियोजनाओं के लिए राज्य सरकार द्वारा उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा करने पर "झूठ फैलाने" का सोमवार को आरोप लगाया और भाजपा नेतृत्व को अपने गिरेबान में झांकने की नसीहत दी।
मालदा उत्तर लोकसभा क्षेत्र के हरिश्चंद्रपुर में एक सभा को संबोधित करते हुए बनर्जी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार के 32 विभागों ने उनके द्वारा खर्च किए गए 52,000 करोड़ रुपये का उपयोगिता प्रमाण पत्र जमा नहीं किया है।
बनर्जी ने कहा, “अमित शाह ने मेमारी में एक सभा में दावा किया है कि हमने अपनी सरकार के 2.2 करोड़ रुपये के खर्च का उपयोगिता प्रमाण पत्र नहीं भेजा है। मैं उन्हें इसे साबित करने की चुनौती देती हूं।”
उन्होंने कहा, “ 13 साल पहले सत्ता में आने के बाद से हमने खर्चों का हर विवरण उपयोगिता प्रमाणपत्र में दिया है। 2011 से पहले माकपा के शासनकाल के दौरान जो कुछ भी हुआ, मैं उसकी जिम्मेदारी नहीं ले सकती।”
बनर्जी ने दावा किया कि भाजपा ने प्रतिशोध के तहत बंगाल का मनरेगा के तहत 100 दिन का काम दिए जाने का पैसा रोक लिया। उन्होंने कहा, “ हमने धन जुटाया है जिससे 59 लाख लोगों को 50 दिन के काम का पैसा मिल गया। केंद्र के पास दो हथियार हैं- झूठ फैलाना और हमें मिलने वाले केंद्रीय कोष को रोकना।”
मुख्यमंत्री ने कहा, “ हम केंद्र के सामने कभी नहीं झुकेंगे। उन्होंने आवास योजना का पैसा रोक लिया था, लेकिन हम 11 लाख घरों के लिए आवास निधि प्रदान करने में कामयाब रहे।”
बनर्जी ने भाजपा नेताओं पर "बंगाल को बदनाम करने और धमकाने" का आरोप लगाया।
उनके मुताबिक, “ भाजपा के एक मंत्री ने हाल में कहा है कि वे मुझे बंगाल में एनआरसी (राष्ट्रीय नागरिक पंजी) को रोकने नहीं देंगे। हम बंगाल में एनआरसी नहीं होने देंगे। हम बंगाल में समान नागरिक संहिता नहीं लागू होने देंगे।”
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)