मुंबई, दो दिसंबर महाराष्ट्र के कार्यवाहक मुख्यमंत्री के सहयोगी और पूर्व राज्य मंत्री दीपक केसरकर ने सोमवार को कहा कि राज्य विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में लड़ा गया था और अब यह भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व पर निर्भर करता है कि वह कैसे उनका कद कायम रखता है।
केसरकर ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शिंदे के योगदान को उचित मान्यता दी जानी चाहिए।
महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट पर 20 नवंबर को हुए चुनाव में शिवसेना, भाजपा और अजित पवार की राकांपा वाली महायुति ने 230 सीट जीती थीं। राज्य विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को आ गये थे लेकिन नयी सरकार के गठन में समय लग रहा है।
केसरकर ने कहा, ‘‘हमारे नेता ने पहले ही साबित कर दिया है कि शिवसेना का असली प्रतिनिधित्व कौन करता है। अब यह दिल्ली (भाजपा केंद्रीय नेतृत्व) पर निर्भर करता है कि वह कैसे उनका कद बरकरार रखते हैं। हम उस निर्णय में हस्तक्षेप नहीं करेंगे।’’
राज्य में सरकार गठन में हो रही देरी पर किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘‘पांच दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह होना है, लेकिन कई बेबुनियाद अफवाहें फैलाई जा रही हैं। कार्यवाहक मुख्यमंत्री के तौर पर एकनाथ शिंदे की सरकार गठन में हो रही देरी में कोई भूमिका नहीं है। भाजपा की आंतरिक चयन प्रक्रिया उनका मामला है। शिंदे पहले ही बता चुके हैं कि वे उनके द्वारा लिए गए किसी भी फैसले को स्वीकार करेंगे।’’
केसरकार ने महायुति के भीतर असंतोष या मतभेद की खबरों को खारिज करते हुए इन्हें विपक्ष द्वारा फैलाई गई गलत सूचना बताया।
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण जीत है। हमने एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में चुनाव लड़ा था और उनके योगदान को उचित मान्यता दी जानी चाहिए। विपक्षी नेता बहुत कम सीटें हासिल करने के बाद अब बहाने ढूंढ रहे हैं और अनावश्यक अटकलें लगा रहे हैं।’’
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