भुवनेश्वर, 24 नवंबर ओडिशा में विपक्षी बीजू जनता दल (बीजद) ने वक्फ (संशोधन) विधेयक वापस लेने की मांग करते हुए रविवार को यहां एक रैली निकाली।
बीजद के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ ने राजभवन के पास इस रैली का आयोजन किया, जहां प्रदर्शनकारियों ने विधेयक वापस लेने की मांग करते हुए नारे लगाए, क्योंकि उनका दावा है कि इससे (विधेयक से) समुदाय के बीच सद्भाव प्रभावित होगा।
सरकार ने सोमवार से शुरू हो रहे संसद के शीतकालीन सत्र में चर्चा के लिए वक्फ संशोधन विधेयक समेत 16 विधेयकों को सूचीबद्ध किया है।
प्रदर्शनकारियों ने खुर्दा के जिला कलेक्टर के माध्यम से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को एक ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें उन्होंने कुछ सुझाव दिए और वक्फ अधिनियम, 1995 में प्रस्तावित संशोधनों के बारे में चिंता व्यक्त की।
ज्ञापन में कहा गया है, ‘‘हम आग्रह करते हैं कि इस प्रस्तावित विधेयक को वापस लिया जाए और संसद में कोई भी संशोधन पेश किए जाने से पहले हितधारकों के साथ उनकी चिंताओं को दूर करने के लिए व्यापक परामर्श किया जाए। हम अपने राष्ट्र के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं, इस मामले में न्याय और निष्पक्षता बनाए रखने के लिए आपके कार्यालय पर भरोसा करते हैं।’’
बीजद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष एवं सांसद मुन्ना खान ने कहा कि उनकी पार्टी के सांसद संसद में वक्फ (संशोधन) विधेयक का पुरजोर विरोध करेंगे।
हालांकि, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि केंद्र सरकार किसी भी समुदाय के साथ अन्याय नहीं करेगी।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)