पटना, 2 जनवरी : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बृहस्पतिवार को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद के विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ में वापस आने के प्रस्ताव पर गोलमोल जवाब दिया. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “क्या बोल रहे हैं.” राजभवन में नये राज्यपाल के तौर पर आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए कुमार से जब लालू प्रसाद के नये प्रस्ताव के बारे में पूछा गया तो उन्होंने हाथ जोड़कर मुस्कुराते हुए बस इतना ही कहा, ‘क्या बोल रहे हैं’.
खान और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ खड़े कुमार से जब यह पूछा गया कि क्या राज्य सरकार अपना कार्यकाल पूरा कर पाएगी, तो नवनियुक्त राज्यपाल ने हस्तक्षेप करते हुए कहा, “इस तरह के सवाल पूछने का यह सही समय नहीं है. आज खुशी का दिन है. हमें सिर्फ अच्छी चीजों के बारे में बात करनी चाहिए.” पिछले एक दशक के दौरान कुमार दो बार विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के घटक दल राजद के साथ गठबंधन कर चुके हैं. वहीं पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने पिता लालू यादव की टिप्पणियों पर सफाई देते हुए दावा किया कि राजद सुप्रीमो ने केवल मीडिया की जिज्ञासा को संतुष्ट करने का प्रयास किया था. लालू प्रसाद ने एक टीवी चैनल से कहा था, “हमारे दरवाजे (नीतीश के लिए) खुले हैं. उन्हें भी अपने दरवाजे खोल देने चाहिए. इससे दोनों तरफ के लोगों की आवाजाही आसान हो जाएगी.” यह भी पढ़ें : धार में भेजा गया यूनियन कार्बाइड का अपशिष्ट जहरीला नहीं है : मोहन यादव
राजभवन में नए राज्यपाल के तौर पर आरिफ मोहम्मद खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए यादव ने कहा, “मैंने पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया है.” यादव ने बुधवार को कहा था कि नये साल में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक सरकार (राजग) सरकार की ‘विदाई तय है’.तेजस्वी यादव से जब उनके पिता की टिप्पणी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, “अगर आप एक ही सवाल लेकर आते रहेंगे तो वह (लालू यादव) क्या करेंगे? उन्होंने जो कुछ भी कहा होगा, उसका उद्देश्य आप पत्रकारों की जिज्ञासा को शांत करना रहा होगा.”