विदेश की खबरें | बांग्लादेश: बीएनपी ने जुलाई-अगस्त में आम चुनाव कराने की मांग की
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

ढाका, 14 जनवरी पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया की बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) ने इस साल जुलाई-अगस्त में आम चुनाव कराने की मंगलवार को मांग की। बीएनपी ने अंतरिम सरकार के मुख्य सलाहकार मुहम्मद यूनुस के इस रुख को खारिज कर दिया है कि चुनाव साल के अंत या 2026 के मध्य तक कराये जाएं।

बीएनपी महासचिव मिर्जा फखरुल इस्लाम आलमगीर ने पार्टी की स्थायी समिति की रात भर चली बैठक के बाद कहा, “चुनाव में इतनी देरी करने का कोई कारण नहीं है।” इस बैठक की अध्यक्षता बीएनपी के कार्यवाहक अध्यक्ष तारिक रहमान ने लंदन से डिजिटल माध्यम से की।

आलमगीर ने कहा कि स्थायी समिति ने यूनुस की योजनाबद्ध चुनाव समयसीमा पर लंबी चर्चा की, लेकिन वह इस निष्कर्ष पर पहुंची कि चुनाव में इतनी देरी नहीं होनी चाहिए। मतदाता सूची को अद्यतन करने में एक महीने से अधिक समय नहीं लगना चाहिए और अन्य संबंधित कार्यों में अधिकतम एक से दो महीने का समय लगेगा।

उन्होंने कहा, “हमारा मानना ​​है कि चूंकि निर्वाचन आयोग का गठन हो चुका है और शासन में तुलनात्मक रूप से स्थिरता है, इसलिए राष्ट्रीय चुनाव में और देरी करने का कोई कारण नहीं है। देरी होने से राजनीतिक व आर्थिक संकट और गहरायेगा।”

बीएनपी ने अंतरिम सरकार के कुछ नेताओं के संसदीय चुनाव से पहले स्थानीय चुनाव कराने के विचार का भी विरोध किया।

पार्टी ने अंतरिम सरकार की आर्थिक नीतियों विशेषकर गैस मूल्य वृद्धि और करों में बढ़ोतरी की योजना की आलोचना की।

आलमीर ने कहा कि हमने बार-बार कहा है कि निर्वाचित सरकार के अलावा कोई विकल्प नहीं है और लोकतंत्र के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण कारक है।

उन्होंने “सरकार, निर्वाचन आयोग और राजनीतिक दलों” से “देश के व्यापक हित” में 2025 के मध्य तक चुनाव कराने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया।

यूनुस और उनके सलाहकार मंत्रियों ने कहा कि सुधार और चुनाव की तैयारी जारी है और कुछ बुनियादी सुधारों के पूरा होने के बाद चुनाव कराए जाने चाहिए।

हालांकि आलमगीर ने कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है और बीएनपी सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है।

बीएनपी महासचिव ने कहा, "देश के संसदीय चुनाव से पहले स्थानीय सरकार के चुनाव कराने का कोई सवाल ही नहीं है। हमारी मांग है कि पहले राष्ट्रीय चुनाव कराए जाएं।"

देश में बड़े पैमाने पर छात्रों के नेतृत्व में हुए प्रदर्शनों के बाद प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर भारत चली गईं थी और पांच अगस्त, 2024 से वह वहीं हैं।

नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में देश की बागडोर एक अंतरिम सरकार के पास है। युनूस इस वर्ष दिसंबर में या 2026 की पहली छमाही में चुनाव कराने की योजना बना रहे हैं।

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