कोच्चि, 18 मई: बहरीन सरकार ने 125 से ज्यादा भारतीय कैदियों की सजा माफ करते हुए उन्हें एक विशेष विमान से प्रत्यर्पित कर दिया. यहां इन लोगों को नौसेना के एक पृथक केंद्र में रखा गया है.
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि गल्फ एयर की फ्लाइट से रविवार शाम छह बजकर 45 मिनट पर 125 भारतीय नागरिक कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचे. एर्नाकुलम जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 (Covid-19) बंद की वजह से यहां फंसे अपने 60 नागरिकों को लेकर बहरीन का विमान रवाना हो गया.
उन्होंने बताया कि कोविड-19 से जुड़ी सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद स्वदेश आए लोगों को स्कूल फॉर नवल एयरमेन (एसएफएनए) में पृथक-वास के लिए रखा गया. इन लोगों को सीआईएएल से यहां केएसआरटीसी बस से जिला प्रशासन के संरक्षण में लाया गया और फिर नौसेना अधिकारियों को सौंप दिया गया.
यह भी पढ़ें: सोमवार शाम तक विकराल रूप ले लेगा चक्रवात ‘अम्फान’, स्थिति की समीक्षा के लिये मोदी करेंगे बैठक
एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि भारत सरकार के दिशा-निर्देश के अनुसार शुरुआत में इन लोगों को एक सैन्य अड्डे-कोच्चि नवल बेस में पृथक किया जाना है, जहां नौसेना के प्रशिक्षित स्वास्थ्य अधिकारी उनकी नियमित निगरानी करेंगे. उन्होंने बताया कि 14 दिन की अनिवार्य पृथक अवधि के बाद इन्हें घर भेजे जाने के लिए राज्य एजेंसियों को सौंप दिया जाएगा.
नौसेना ने 20 मार्च को 200 बिस्तरों वाला एक पृथक केंद्र कोच्चि में तैयार किया था, जिसका इस्तेमाल छुट्टी के बाद ड्यूटी पर लौट रहे नौसेना कर्मियों के लिए ट्रांजिट पृथक शिविर के रूप में किया जा रहा है.
एर्नाकुलम जिले के अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 की वजह से संयुक्त अरब अमीरात में फंसे 347 यात्री दुबई और अबू धाबी से एयर इंडिया एक्सप्रेस के दो विशेष विमानों से रविवार शाम को यहां पहुंचे.
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, लेटेस्टली स्टाफ ने इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया है)