नयी दिल्ली, 11 दिसंबर केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने बुधवार को ‘एजेआरएस मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड’ से जुड़े असम पोंजी घोटाले के एक मामले में विश्वनाथ रॉय और मृदुल दत्ता के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
इस कंपनी ने कथित तौर पर 200 दिन में धन को दोगुना करने का लालच देकर लगभग 2,600 पीड़ितों से 5.14 करोड़ रुपये ठग लिये थे। आरोप है कि आरोपी एक बहुस्तरीय जमा योजना से जुड़ा हुआ था जिसमें ‘‘आयुर्वेदलाइफ’’ और ‘‘एजेआरएस ट्रेडिंग’’ के नाम से राशि जमा करायी जाती थी।
आरोप है कि रॉय और दत्ता ने संभावित जमाकर्ताओं के साथ विभिन्न बैठकों में भाग लेकर ‘एजेआरएस’ की जमा योजना का प्रचार और प्रचार किया।
दोनों ने कथित तौर पर आयुर्वेदलाइफ, ‘एजेआरएस ट्रेडिंग’ और एजेआरएस समूह की विवरण पुस्तिका के माध्यम से ऐसे व्यवसाय मॉडल को बढ़ावा दिया जिसका कोई वजूद ही नहीं है और वे संभावित निवेशकों को अपनी योजनाओं में बड़ी राशि निवेश करने के वास्ते लुभाने के लिए विवरण पुस्तिका को व्हॉट्सऐप समूह और चैट के माध्यम से प्रसारित करते थे।
रॉय और दत्त ने कथित तौर पर जमा योजनाओं के माध्यम से निवेशकों के पैसों को 200 दिन के भीतर दोगुना करने का झूठा वादा किया।
सीबीआई प्रवक्ता ने एक बयान में कहा, ‘‘इसके बाद, जमाराशि का कथित तौर पर दुरुपयोग किया गया और लगभग 2,600 लोगों से कुल 5.14 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की गई। पीड़ितों में मुख्य रूप से असम के लोग शामिल थे।’’
बयान में कहा गया, ‘‘दोनों आरोपियों (रॉय और दत्ता) की गिरफ्तारी के 90 दिनों के भीतर आरोपपत्र दायर किया गया है। वे वर्तमान में इस मामले में न्यायिक हिरासत में हैं।’’
इस मामले में मुख्य आरोपी ‘एजेआरएस मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड’ के निदेशक गोपाल पॉल को भी सीबीआई ने 12 नवंबर को गिरफ्तार किया था और वर्तमान में वह न्यायिक हिरासत में है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)