नयी दिल्ली, 19 मई : केंद्रीय दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव (Ashwini Vaishnav) ने बृहस्पतिवार को देश में विकसित दूरसंचार उपकरणों का इस्तेमाल करते हुए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्था-मद्रास (आईआईटी मद्रास) में स्थापित एक परीक्षण नेटवर्क से पहली 5जी कॉल की. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को देश के पहले 5जी टेस्ट-बेड का उद्घाटन किया था, जिसे आईआईटी मद्रास के नेतृत्व में कुल आठ संस्थानों द्वारा बहु-संस्थान सहयोगी परियोजना के रूप में विकसित किया गया है.
वैष्णव ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, ‘‘आत्मनिर्भर 5जी. आईआईटी मद्रास में 5जी कॉल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया. संपूर्ण नेटवर्क भारत में डिजाइन और विकसित किया गया है.’’ दूरसंचार मंत्री ने स्वदेश में विकसित 5जी तकनीक के उपकरणों पर वीडियो कॉल करने के बाद कहा कि प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण साकार हुआ. यह भी पढ़ें : अब आधुनिक और कम ऊर्जा खपत से देश में चलेगी ‘स्वदेशी’ हाइपरलूप ट्रेन
वैष्णव ने कॉल करने के बाद कहा, ‘‘उनका (प्रधानमंत्री का) दृष्टिकोण भारत में विकसित, भारत में निर्मित और दुनिया के लिए बना हमारा अपना 4जी, 5जी प्रौद्योगिकी ढांचा है. हमें इस संपूर्ण प्रौद्योगिकी के साथ दुनिया को जीतना है.’’ सरकार को उम्मीद है कि इस साल अगस्त-सितंबर तक देश में 5जी सेवाएं शुरू हो जाएंगी.













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