नयी दिल्ली, 17 जुलाई कुख्यात अशोक प्रधान गिरोह के एक सदस्य को उत्तर पश्चिम दिल्ली के रोहिणी में पुलिस के साथ हुई संक्षिप्त मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि आरोपी गौरव उर्फ मोंटी दिल्ली में गिरोह के अभियानों का नेतृत्व करता था। बवाना पुलिस थाना ने उसे ‘खराब चरित्र’ (बीसी) वाला घोषित किया था। पुलिस ने बताया कि गौरव, हत्या समेत अपराध के 13 मामलों में लिप्त था।
पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल ने बताया, ‘‘शुक्रवार रात को यह सूचना मिली थी कि आरोपी रोहिणी सेक्टर 37 के पास आएगा। सब-इंस्पेक्टर चेतन ने अपनी टीम के साथ जाल बिछाया। उन्होंने देखा कि आरोपी एक मोटरसाइकिल से आ रहा है जिसके बाद उन्होंने उसे रोकने की कोशिश की।’’
उन्होंने बताया, ‘‘आरोपी ने पुलिस पर तीन गोलियां चलाईं। पुलिस ने भी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए जवाब में छह गोलियां दागीं।’’ पुलिस ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान गैंगस्टर गोली लगने से घायल हो गया। उसे काबू में करने के बाद पकड़ लिया गया।
तायल ने बताया कि पुलिसकर्मियों पर गोली चलाने के लिए गौरव ने जिस पिस्तौल का इस्तेमाल किया था उसे जब्त कर लिया गया है जिसमें चार कारतूस भी थे। पुलिस के अनुसार आरोपी शुरू में राजेश बवाना गिरोह में शामिल हुआ था और बाद में वह अशोक प्रधान गिरोह का हिस्सा बन गया।
उन्होंने बताया कि वह जून में यहां के कुतुबगढ़ गांव में फिरौती और लूटपाट-सह-हत्या के एक मामले का मुख्य कर्ताधर्ता था। उन्होंने बताया कि बवाना पुलिस थाने में दर्ज हत्या के एक मामले में गौरव को दोषी ठहराया गया था। पिछले साल मार्च में वह जमानत पर रिहा हुआ था।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)