नयी दिल्ली, चार अक्टूबर लोक नायक जयप्रकाश नारायण (एलएनजेपी) अस्पताल से कोरोना वायरस संक्रमण मुक्त होने के बाद अब तक करीब 8,000 मरीजों को अस्पताल से छुट्टी मिली है। देश में किसी भी सरकारी अस्पताल के मुकाबले यह संख्या सबसे ज्यादा है।
अधिकारियों ने बताया कि अब तक कोविड-19 से संक्रमित 331 महिलाओं ने अस्पताल में बच्चों को जन्म दिया है। यह संख्या भी देश में सबसे ज्यादा है। इनमें से 149 ने बच्चों को जन्म ऑपरेशन के जरिए दिया है।
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एलएनजेपी के चिकित्सा निदेशक सुरेश कुमार के अनुसार, 17 मार्च को कोविड-19 अस्पताल बनाया गया था। इसके बाद से 11,415 मरीज यहां भर्ती हुए। इस आंकड़े में वैसे भी लोग शामिल हैं, जिन्हें लगा था कि वे संक्रमित हैं लेकिन बाद में रिपोर्ट में उनमें सक्रमण की पुष्टि नहीं हुई।
कुमार ने कहा, '' संक्रमण से मुक्त होने के बाद अस्पताल से 7,919 कोविड-19 मरीजों को छुट्टी दी गई। इसके बाद करीब 2,700 वैसे लोग भी अस्पताल में भर्ती हुए थे, जिनमें संक्रमण के लक्षण थे लेकिन बाद में जांच में संक्रमित होने की पुष्टि नहीं हुई।''
कुमार ने कहा कि 1,450 कोविड-19 मरीज अब तक एलएनजेपी अस्पताल में डायलिसिस करा चुके हैं। वहीं 59 मरीज ऐसे हैं जिनकी यहां कई बीमारियों की सर्जरी हुई है।
अस्पताल में शिशु-चिकित्सक डॉक्टर उर्मिला झाम्ब ने कहा कि मार्च से अब तक स्वस्थ होने वालों में 420 बच्चे हैं और इनमें से 10 फीसदी ऐसे थे, जो गंभीर रूप से बीमार थे। उन्होंने कहा कि ज्यादातर बच्चों में दस्त और उल्टी जैसे आंशिक लक्षण दिखते हैं लेकिन जो बच्चे तपेदिक, कैंसर और गुर्दे की बीमारियों से ग्रस्त होते हैं, वे गंभीर रूप से बीमार पड़ जाते हैं। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल प्रशासन ने पिछले महीने बच्चों के लिए एक विशेष कोविड वार्ड बनाया था, राष्ट्रीय राजधानी में यह अपनी तरह का पहला वार्ड था।
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