नयी दिल्ली, आठ दिसंबर थलसेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात (यूएएई) और सऊदी अरब के छह दिवसीय दौरे पर रवाना हो गए, जो खाड़ी क्षेत्र के दो प्रभावशाली देशों के साथ भारत के बढ़ते रणनीतिक संबंधों को प्रदर्शित करता है।
कई अरब देशों के साथ इजराइल के सामान्य हो रहे संबंधों और ईरान के शीर्ष परमाणु हथियार वैज्ञानिक मोहसिन फख्रीजादेह की हत्या सहित खाड़ी क्षेत्र में तेजी से हो रहे घटनाक्रमों के बीच जनरल नरवणे की यह यात्रा हो रही है।
अधिकारियों ने बताया कि यह पहला मौका है जब कोई भारतीय थल सेना प्रमुख दो खाड़ी देशों की यात्रा कर रहे हैं।
जनरल नरवणे का पहला गंतव्य संयुक्त अरब अमीरात होगा, जहां वह वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से मुलाकात करेंगे और द्विपक्षीय रक्षा सहयोग प्रगाढ़ करने पर चर्चा करेंगे।
यह भी पढ़े | Bharat Bandh: किसानों का चक्का जाम हुआ खत्म, गाड़ियों की आवाजाही फिर से शुरू.
थल सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘थल सेना प्रमुख जनरल नरवणे संयुक्त अरब अमीरात और सऊदी अरब की नौ से 14 दिसंबर तक यात्रा के लिए रवाना हुए हैं।’’
आधिकारिक कार्यक्रम के मुताबिक वह 13-14 दिसंबर को सऊदी अरब की यात्रा करेंगे।
बयान में कहा गया है, ‘‘वह सऊदी अरब और भारत के बीच शानदार रक्षा सहयोग को सुरक्षा प्रतिष्ठानों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कई बैठकों के माध्यम से आगे बढ़ाएंगे तथा रक्षा से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। ’’
बयान में कहा गया है कि जनरल नरवणे रॉयल सऊदी लैंड बल के मुख्यालय का दौरा करेंगे। यह संयुक्त बल कमान मुख्यालय है। वह किंग अब्दुल अजीज मिलिट्री एकेडमी का भी दौरा करेंगे।
थल सेना प्रमुख के सऊदी अरब के राष्ट्रीय डिफेंस यूनिवर्सिटी का दौरा करने और संस्थान के छात्रों एवं संकाय सदस्यों को संबोधित करने का भी कार्यक्रम है।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)