कपूरथला (पंजाब): अमृतसर (Amritsar) के स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) में कथित रूप से बेअदबी का प्रयास करने वाले एक व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या (Murder) किए जाने के एक दिन बाद रविवार सुबह निजामपुर गांव में एक गुरुद्वारे (Gurdwara) में ‘निशान साहिब’ (सिख धार्मिक ध्वज) का अनादर करने के आरोप में एक अन्य व्यक्ति की हत्या कर दी गई. ग्रामीणों और सिख संगठनों के सदस्य उस व्यक्ति को बचाने की कोशिश कर रहे पुलिसकर्मियों (Policemen) के साथ भिड़ गए, जिसमें तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए. Golden Temple: स्वर्ण मंदिर में गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी की कोशिश, लोगों ने युवक को पीट-पीटकर मार डाला
पुलिस ने कहा कि यहां कपूरथला-सुभनापुर मार्ग पर स्थित गुरुद्वारे में बेअदबी की घटना होने के कोई ''संकेत'' दिखाई नहीं दे रहे है. गुरुद्वारा प्रबंधक, अमरजीत सिंह ने दावा किया कि उन्होंने उस व्यक्ति को देखा, जो एक प्रवासी मजदूर प्रतीत होता है, जो दैनिक अरदास के लिए बाहर आने के बाद सुबह-सुबह ‘निशान साहिब’ (धार्मिक ध्वज) का अनादर करने की कोशिश कर रहा था.
उन्होंने दावा किया कि वह व्यक्ति भागने लगा लेकिन उसे गुरुद्वारे के ‘सेवादारों’ ने पीछा करने के बाद पकड़ लिया. घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस गुरुद्वारे पहुंची जहां बीस साल के युवक को कमरे में बैठाया गया.
ग्रामीण और सिख संगठनों के सदस्य भी गुरुद्वारा परिसर में एकत्र हो गए और पुलिस को उस व्यक्ति को थाने नहीं ले जाने दिया. कुछ तलवार और ‘लाठियां’ लेकर, वे जबरन कमरे में घुसे और यहां तक कि पुलिस के साथ हाथापाई भी की.
इसके बाद उन्होंने उस व्यक्ति को बुरी तरह पीटा. पुलिस ने कहा कि उसे गंभीर रूप से घायल हालत में स्थानीय सिविल अस्पताल लाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे ‘‘मृत लाया’’ घोषित कर दिया. बाद में पत्रकारों से बात करते हुए, पुलिस महानिरीक्षक गुरिंदर सिंह ढिल्लों ने कहा कि गुरुद्वारे में बेअदबी की कोई घटना दिखाई नहीं दे रही है. उन्होंने कहा, ‘‘पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब सहित सब कुछ ठीक था.’’
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक हरकमलप्रीत सिंह खाख ने कहा कि शख्स की मंशा गुरुद्वारे में चोरी करने की थी. ‘निशान साहिब’ की बेअदबी के आरोप पर, ढिल्लों ने कहा कि निशान साहिब के लिए भी बेअदबी के किसी भी कार्य का कोई स्पष्ट संकेत नहीं है, लेकिन, ‘‘हम उन तथ्यों की पुष्टि कर रहे हैं’’ जिनका शिकायतकर्ता ने दावा किया है.
ढिल्लों ने कहा कि गुरुद्वारा प्रबंधक अमरजीत सिंह के बयान पर आईपीसी की धारा 295-ए (लोगों की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने) के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने कहा कि इस घटना में तीन पुलिसकर्मी उस समय घायल हो गए जब वे उस व्यक्ति को अनियंत्रित भीड़ से बचाने की कोशिश कर रहे थे.
अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में शनिवार शाम कथित तौर पर बेअदबी का प्रयास करने वाले उत्तर प्रदेश के एक व्यक्ति की गुस्साई भीड़ ने पिटाई कर दी थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. यह घटना उस समय हुई थी जब वह व्यक्ति पवित्र स्थल पर सुनहरी ग्रिल फांदकर तलवार उठाने के बाद उस स्थान के पास पहुंच गया जहां सिख ग्रंथी पवित्र गुरु ग्रंथ साहिब का पाठ कर रहा था. इस घटना पर राजनीतिक नेताओं की तीखी प्रतिक्रिया आई थी और पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने इसकी जांच के आदेश दिए थे.
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