विदेश की खबरें | अमेरिका: प्रतिनिधि सभा, स्टेट असेंबली, स्थानीय निकाय चुनाव में कई भारतीय अमेरिकी दौड़ में शामिल
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वाशिंगटन, पांच नवंबर अमेरिका के प्रतिनिधि सभा के लिए नौ भारतीय अमेरिकी चुनाव लड़ रहे हैं, जिनमें से पांच पुनः निर्वाचित होने की दौड़ में हैं, जबकि अन्य तीन पहली बार कांग्रेस (अमेरिकी संसद) की राजनीति में प्रवेश कर रहे हैं।

वर्जीनिया और ईस्ट कोस्ट से चुनाव लड़ रहे सुहास सुब्रमण्यन (38) अगर निर्वाचित होते हैं तो वह यह उपलब्धि हासिल कर पहले भारतीय अमेरिकी बनकर इतिहास रच सकते हैं।

पेशे से चिकित्सक, डॉ. अमी बेरा 2013 से कैलिफोर्निया के छठे कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करने वाले सबसे वरिष्ठ भारतीय अमेरिकी सांसद हैं। अगर डेमोक्रेटिक पार्टी को प्रतिनिधि सभा में बहुमत प्राप्त होता है, तो 59 वर्षीय बेरा को वरिष्ठ पद मिलना तय है।

वाशिंगटन स्टेट के सातवें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट का प्रतिनिधित्व करने वाली 59 वर्षीय सांसद प्रमिला जयपाल 2017 से डेमोक्रेटिक पार्टी के भीतर एक शक्तिशाली नेता के रूप में उभरी हैं। उनका फिर से चुना जाना तय माना जा रहा है। साथ ही तीन अन्य भारतीय अमेरिकी सांसदों का भी यही मानना ​​है।

ये भारतीय अमेरिकी हैं -2017 से इलिनोइस के सातवें कांग्रेसनल जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे राजा कृष्णमूर्ति, 2017 से कैलिफोर्निया के सत्रहवें कांग्रेसनल जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे रो खन्ना और 2023 से मिशिगन के तेरहवें कांग्रेसनल जिले का प्रतिनिधित्व कर रहे 69 वर्षीय श्री थानेदार। तीनों ही राज्य डेमोक्रेटिक पार्टी के गढ़ माने जाते हैं।

एरिजोना राज्य की असेंबली में 2018, 2020 और 2022 में तीन बार जीत के बाद डॉ. अमीश शाह अब एरिजोना के पहले कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट में प्रतिनिधि सभा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। वह सात बार चुनाव जीत चुके रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डेविड श्वेइकर्ट को चुनौती दे रहे हैं।

रिपब्लिकन पार्टी से जुड़े डॉ. प्रशांत रेड्डी कंसास के तीसरे कांग्रेसनल जिले से प्रतिनिधि सभा के लिए तीन बार से डेमोक्रेटिक पार्टी के सांसद रहे शैरिस डेविड्स के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

डॉ. राकेश मोहन न्यू जर्सी से चुनाव लड़ रहे हैं। वह रिपब्लिकन पार्टी से हैं। रेड्डी और मोहन के इस बार चुनाव जीतने की संभावनाएं काफी क्षीण हैं।

उल्लेखनीय है कि दलीप सिंह सौंद 1957 में कैलिफोर्निया के 29वें कांग्रेसनल डिस्ट्रिक्ट से कांग्रेस के लिए चुने गए पहले भारतीय अमेरिकी थे।

दशकों बाद बॉबी जिंदल 2005 में लुइसियाना से प्रतिनिधि सभा के लिए चुने गए। वह दो कार्यकाल के लिए चुने गए, जिसके बाद वह दो कार्यकाल के लिए लुइसियाना के गवर्नर चुने गए।

अमेरिका भर में 36 से अधिक भारतीय अमेरिकी स्थानीय निकायों और स्टेट असेंबली चुनावों में भाग ले रहे हैं, जो इस छोटे समुदाय के बीच राजनीतिक मुख्यधारा का हिस्सा बनने की बढ़ती रुचि को दर्शाता है।

भारतीय अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति विभिन्न भारतीय अमेरिकी समूहों को संबोधित करते समय उन्हें हर स्तर पर चुनाव लड़ने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित करते रहे हैं।

स्थानीय पदों के लिए चुनाव लड़ने वाले भारतीय अमेरिकियों की सबसे बड़ी संख्या संभवतः कैलिफोर्निया राज्य में है। प्रतिनिधि सभा में दो सदस्य रो खन्ना और डॉ. अमी बेरा के अलावा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस भी कैलिफोर्निया से ही सदस्य हैं, जिनकी मां भारत से थीं।

इनमें डिस्ट्रिक्ट 11 के ‘काउंटी सुपरवाइजर’ पद के लिए चुनाव लड़ रहीं अदला चिश्ती, सिटी कॉलेज बोर्ड सैन फ्रांसिस्को के लिए आलिया चिश्ती, स्टेट असेंबली के लिए दर्शना पटेल, सैन मेटियो सिटी काउंसिल के लिए निकोल फर्नांडीज, लॉस एंजिलिस सिटी काउंसिल के लिए नित्या रमन, फोस्टर सिटी काउंसिल के लिए ऋचा अवस्थी और एमरीविले सिटी काउंसिल के लिए सुखदीप कौर शामिल हैं।

तारा श्रीकृष्णन सिलिकॉन वैली के ‘डिस्ट्रिक्ट 26’ से कैलिफोर्निया राज्य विधानमंडल में प्रवेश करना चाहती हैं।

डॉ. अजय रमन, ‘डिस्ट्रिक्ट 14’ के ओकलैंड काउंटी कमिश्नर पद के लिए चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि अनिल कुमार और रंजीव पुरी मिशिगन राज्य प्रतिनिधि सभा के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।

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