नयी दिल्ली, 18 दिसंबर केंद्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह, जे पी नड्डा, अश्विनी वैष्णव और रवनीत बिट्टू ने बुधवार को कांग्रेस की आलोचना करते हुए उस पर ओछी राजनीति करने और बी आर आंबेडकर के संबंध में गृह मंत्री अमित शाह की टिप्पणी को लेकर फर्जी बातें फैलाने का आरोप लगाया।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने बाबा साहेब आंबेडकर के जीवनकाल में और उसके बाद दशकों तक व्यवस्थित तरीके से उनका अपमान किया और उन्हें बदनाम किया।
उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार ने बाबा साहेब और उनसे जुड़े सभी स्थानों का सम्मान किया है।
रक्षा मंत्री ने कहा, "गृह मंत्री अमित शाह ने कल (मंगलवार) संसद में तथ्यों, तर्कों और सबूतों के साथ यही बात रखी। कांग्रेस इस सच्चाई को छिपाने के लिए ओछी राजनीति कर रही है।"
सूचना एवं प्रसारण मंत्री वैष्णव ने कांग्रेस पर एक बार फिर फर्जी विमर्श गढ़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
वैष्णव ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "इसका जवाब देना चाहिए कि पंडित नेहरू ने डॉ. आंबेडकर के खिलाफ अभियान क्यों चलाया और उन्हें क्यों हराया? कांग्रेस ने 40 साल से अधिक समय तक डॉ. आंबेडकर को भारत रत्न देने से क्यों इनकार किया?"
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एवं भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी को बाबासाहेब आंबेडकर का सम्मान करने पर दूसरों को उपदेश देने से पहले आईने में देखना चाहिए।
नड्डा ने कहा, "वे झूठ फैलाने के स्तर तक गिर गए हैं। कल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जी के भाषण ने तथ्यों, तर्कों और सबूतों के साथ कांग्रेस पार्टी के दलित-विरोधी, गरीब-विरोधी और संविधान-विरोधी होने के दुर्भावनापूर्ण इतिहास को उजागर कर दिया।"
नड्डा ने कहा, ‘‘कांग्रेस ने अपने राजनीतिक लाभ के लिए बार-बार बाबासाहेब आंबेडकर और हमारे दलित समुदायों की पीठ में छुरा घोंपा है।’’
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कांग्रेस ने आंबेडकर को भारत रत्न देने से इनकार कर दिया, संसद के केंद्रीय कक्ष में उनका चित्र लगाने से इनकार कर दिया और पंडित नेहरू ने उनके खिलाफ प्रचार किया, यहां तक कि उन्हें चुनावों में हरा भी दिया।
केंद्रीय रेल एवं खाद्य प्रसंस्करण उद्योग राज्य मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने कहा कि विपक्ष का आंबेडकर का अनादर करने का इतिहास रहा है।
बिट्टू ने 'एक्स' पर कहा, "विपक्ष पूरे देश में निराधार झूठ फैलाने का प्रयास कर रहा है। भारत रत्न बाबासाहेब आंबेडकर का अनादर करने का उनका इतिहास रहा है, जिन्हें भारत के कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर होना पड़ा था। इसका विवरण दस्तावेज में अच्छी तरह से अंकित है और आंबेडकर जी ने स्वयं इसके बारे में विस्तार से लिखा है।"
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)