नोएडा (उत्तर प्रदेश), 18 जनवरी गाजियाबाद, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में सोमवार को वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई जबकि गुड़गांव में यह ‘खराब’ श्रेणी में रही। सरकारी एजेंसी की ओर से जारी आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की ओर से जारी वायु गुणवत्ता सचूकांक के अनुसार दिल्ली के पांच पड़ोसी शहरों में हवा में सूक्ष्म प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 और पीएम 10 की भी अधिकता है।
सीपीसीबी के अनुसार 0-50 के बीच एक्यूआई को ‘बेहतर’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ माना जाता है।
सीपीसीबी के समीर ऐप के अनुसार गाजियाबाद में पिछले 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम चार बजे 381 दर्ज किया गया। वहीं ग्रेटर नोएडा में यह 360, नोएडा में 363, फरीदाबाद में 332, गुड़गांव में 292 दर्ज किया गया।
रविवार को गाजियाबाद का एक्यूआई 368, ग्रेटर नोएडा का 384, नोएडा का 383, फरीदाबाद का 297 और गुड़गांव का 330 दर्ज किया गया।
सीपीसीबी के अनुसार वायु गुणवत्ता के ‘खराब’ होने का मतलब है कि यदि लोग लंबे समय तक इस स्थिति में रहे तो उनमें से ज्यादातर को सांस लेने में दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है जबकि ‘बेहद खराब’ की वजह से सांस संबंधी बीमारियां हो सकती हैं।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)