नयी दिल्ली, नौ नवंबर दिल्ली में मंगलवार को वायु गुणवत्ता फिर से ‘‘गंभीर’’ श्रेणी में पहुंच गई। इस दौरान दिल्ली में पीएम2.5 प्रदूषक में पराली जलाने की हिस्सेदारी 27 फीसदी रही।
‘स्कायमेट वेदर’ के उपाध्यक्ष महेश पालावत ने बताया कि दिल्ली में मंगलवार को इस मौसम का अब तक का सबसे कम तापमान 13.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जिससे प्रदूषक तत्वों का छितराव नहीं हुआ।
भारत मौसम विज्ञान विभाग की ओर से बताया गया कि 15 नवंबर तक न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से बताया कि दिल्ली में 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक शाम चार बजे 404 हो गया। सोमवार को यह 390 था।
उल्लेखनीय है कि शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को ''अच्छा'', 51 और 100 के बीच ''संतोषजनक'', 101 और 200 के बीच ''मध्यम'', 201 और 300 के बीच ''खराब'', 301 और 400 के बीच ''बहुत खराब'', तथा 401 और 500 के बीच को ''गंभीर'' माना जाता है।
पालावत ने कहा कि दिल्ली-एनसीआर के वायु प्रदूषण में पराली जलाने की हिस्सेदारी एक और हफ्ते तक अधिक रहने की संभावना है।
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