नयी दिल्ली, 11 दिसंबर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को आरोप लगाया कि एआईएमआईएम ने दिल्ली विधानसभा के आगामी चुनावों के लिए दिल्ली दंगों में आरोपी ताहिर हुसैन को अपना उम्मीदवार बनाकर ‘‘हिंदुओं को चिढ़ाने’’ का संदेश दिया है।
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष शोएब जमई ने मंगलवार को एक पोस्ट में कहा कि हुसैन ‘‘आधिकारिक रूप से’’ पार्टी में शामिल हो गए हैं और वह फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव में मुस्तफाबाद सीट से पार्टी के उम्मीदवार होंगे।
इस बारे में पूछे जाने पर, भाजपा सांसद और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में हुसैन को अपना उम्मीदवार बनाने के लिए एआईएमआईएम की आलोचना की और कहा कि “यह हिंदुओं को चिढ़ाने का संदेश है।”
उन्होंने यहां भाजपा मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘आइए हम भी अपना संदेश दें, ‘एक हैं तो सेफ हैं।’’ अन्यथा, ताहिर हुसैन जैसे लोग संविधान से खिलवाड़ करने के बाद भी सलाखों के पीछे रहकर देश की एकता और अखंडता को तोड़ने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।”
पात्रा ने आम आदमी पार्टी (आप) पर भी निशाना साधा और एआईएमआईएम द्वारा हुसैन को उम्मीदवार बनाये जाने पर पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल की राय जाननी चाही।
‘आप’ के पूर्व पार्षद हुसैन 2020 के दिल्ली दंगों के मामलों में न्यायिक हिरासत में हैं। दंगों के सिलसिले में उनका नाम आने के बाद ‘आप’ ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था।
मई की शुरुआत में 2020 के दिल्ली दंगों के एक मामले में शहर की एक अदालत ने उन्हें जमानत दे दी थी। अदालत ने कहा था कि दंगों में हुसैन की भूमिका ‘‘दूरस्थ प्रकृति की’’ थी और वह पहले ही तीन साल से ज्यादा हिरासत में रह चुके हैं।
इस महीने की शुरुआत में दिल्ली उच्च न्यायालय ने हुसैन के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को यह कहते हुए रद्द कर दिया था कि उनके खिलाफ इसी तरह का एक मामला पहले भी दर्ज है।
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