नयी दिल्ली, 14 जनवरी भारत ने मंगलवार को रूस पर दबाव डाला कि वह रूसी सेना में भर्ती सभी भारतीयों को मुक्त करे। रूस-यूक्रेन संघर्ष क्षेत्र में एक और भारतीय नागरिक की मौत के बाद मृतकों की संख्या 10 हो गई है।
विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि रूस के यूक्रेन के साथ जारी संघर्ष में रूसी सेना द्वारा भर्ती किया गया केरल निवासी एक भारतीय नागरिक मारा गया है तथा एक अन्य घायल हो गया है। घायल भारतीय का मॉस्को के एक अस्पताल में इलाज जारी है।
जायसवाल ने कहा कि इस मामले को मॉस्को में रूसी अधिकारियों के साथ-साथ नयी दिल्ली स्थित रूसी दूतावास के समक्ष भी उठाया गया है।
उन्होंने कहा, “भारत ने रूस से रूसी सेना द्वारा भर्ती किए गए भारतीय नागरिकों को शीघ्र मुक्त करने की अपनी मांग दोहराई है।”
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले वर्ष जुलाई में मॉस्को में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ वार्ता के दौरान रूसी सेना में कार्यरत भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई का मुद्दा जोरदार ढंग से उठाया था।
त्रिशूर के रहने वाले बिनिल टीबी की मौत की खबर सोमवार को उनके एक रिश्तेदार ने सार्वजनिक की।
विदेश मंत्रालय ने उनकी मृत्यु की परिस्थितियों के बारे में हालांकि जानकारी नहीं दी, लेकिन बताया जाता है कि उनकी मृत्यु यूक्रेन में संघर्ष के अग्रिम मोर्चे पर हुई।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में रूसी सेना में सेवा करते हुए नौ भारतीयों की मौत हो गई। बिनिल की मौत के साथ ही मरने वालों की संख्या 10 हो गई है।
जायसवाल ने कहा, “हमें केरल के एक भारतीय नागरिक की दुर्भाग्यपूर्ण मौत के बारे में पता चला है, जिसे जाहिर तौर पर रूसी सेना में सेवा देने के लिए भर्ती किया गया था।”
उन्होंने कहा, “केरल का एक अन्य भारतीय नागरिक, जिसे इसी तरह भर्ती कराया गया था, घायल हो गया है और उसका मॉस्को के एक अस्पताल में इलाज जारी है।”
विदेश मंत्रालय ने मृतक के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
जायसवाल ने कहा, “हम मृतक के परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। मॉस्को स्थित हमारा दूतावास मृतकों के परिवारों के संपर्क में है और हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।”
प्रवक्ता ने कहा, “हम पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत लाने के लिए रूसी अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हमने घायल व्यक्ति को भी जल्द से जल्द छुट्टी देने और भारत वापस भेजने की मांग की है।”
उन्होंने कहा, “यह मामला मॉस्को में रूसी अधिकारियों के साथ-साथ आज नयी दिल्ली में रूसी दूतावास के समक्ष भी जोरदार तरीके से उठाया गया।”
पिछले वर्ष अक्टूबर में भारतीय अधिकारियों ने कहा था कि 85 भारतीय नागरिकों को रूसी सेना से मुक्त कर दिया है तथा 20 अन्य को सेवामुक्त कराने के लिए प्रयास जारी हैं।
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