अहमदाबाद: अपनी पार्टी की आलोचना करने के कुछ ही दिनों बाद गुजरात में कांग्रेस के नेता हार्दिक पटेल (Congress Leader Hardik Patel) ने ‘फैसला लेने की क्षमता’ के लिए सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की तारीफ की और कहा कि विपक्षी दल (कांग्रेस) की प्रदेश इकाई नेतृत्व में इसका (निर्णय लेने की क्षमता का) अभाव है. कांग्रेस की गुजरात इकाई के कार्यकारी अध्यक्ष पटेल ने यह भी कहा कि उन्हें ‘‘हिन्दू होने पर गर्व है.’ हालांकि, उन्होंने इन अटकलों को खारिज किर दिया कि वह भाजपा में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर उन्हें ऐसा फैसला लेना भी पड़ा तो वह इस विषय को ‘खुले दिल से’ लोगों के समक्ष ले जाएंगे. गुजरात में इस साल दिसंबर में विधानसभा चुनाव होने हैं.
विधानसभा चुनावों से पहले पाटीदार नेता नरेश पटेल को पार्टी में शामिल करने के कांग्रेस के प्रयासों से हार्दिक नाराज हैं और उनका मानना है कि अगर नरेश पार्टी में शामिल होते हैं तो पाटीदार समुदाय के नेता के रूप में उनका (हार्दिक का) प्रभाव खत्म हो जाएगा. ‘कामकाज की शैली’ को लेकर कांग्रेस की आलोचना करने के करीब एक सप्ताह बाद हार्दिक ने कहा कि उन्होंने अपने विचार से पार्टी आलाकमान को अवगत करा दिया है और उन्हें उम्मीद है कि राज्य के लोगों के हितों को ध्यान में रखते हुए फैसला लिया जाएगा. यह भी पढ़े: Gujarat: कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल ने दी आंदोलन की चेतावनी, कहा- समिति के सदस्यों के खिलाफ दर्ज केस वापस ले सरकार
पिछले लोकसभा चुनाव (2019) से पहले कांग्रेस में शामिल हुए हार्दिक पटेल ने कहा, ‘‘हमें यह मानना होगा कि भाजपा द्वारा हाल में लिए गए राजनीतिक फैसले दिखाते हैं कि उसके पास राजनीतिक निर्णय लेने की बेहतर क्षमता है. मेरा मानना है कि इसकी तारीफ किए बगैर भी हम कम से कम इस सच्चाई को स्वीकार कर सकते हैं. अगर कांग्रेस मजबूत बनना चाहती है तो उसे निर्णय लेने की अपनी क्षमता बढ़ानी होगी. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि उनके कांग्रेस छोड़ने (या भाजपा में शामिल होने) का सवाल ही पैदा नहीं होता है। उन्होंने भाजपा में शामिल होने की अटकलों को आधारहीन बताया.
उन्होंने कहा कि वह सिर्फ सच बोल रहे हैं और पार्टी के हजारों कार्यकर्ता भी इससे इत्तेफाक रखेंगे कि कांग्रेस की प्रदेश इकाई में निर्णय लेने की क्षमता का अभाव है. हार्दिक ने कहा, ‘‘मैं किसी व्यक्ति से नाराज नहीं हूं, बल्कि राज्य इकाई के नेतृत्व से नाराज हूं। मुझे नहीं दिख रहा है कि वह राज्य की भलाई के लिए अपनी जिम्मेदरियां निभा रहे हैं...जब कोई सच बोलता है तो लोग (पार्टी के भीतर) इसे अलग चश्मे से देखने लगते हैं... जैसे कि वह व्यक्ति पार्टी छोड़ने की सोच रहा हो.
उन्होंने कहा कि अगर पार्टी लोगों की आवाज नहीं बन सकेगी और उनके हितों को प्राथमिकता नहीं देगी तो वे लोग अन्य विकल्प तलाशना शुरू कर देंगे. यह पूछे जाने पर कि क्या वह भाजपा में शामिल होने वाले हैं, इसका हार्दिक पटेल ने ‘ना’ में जवाब दिया. पटेल ने कहा, ‘‘अगर जनहित में कभी ऐसा फैसला लेना पड़ा तो मैं आपको (मीडिया को) जरूर बताउंगा। मैं इस विषय को खुले दिल से लेकर जनता के बीच जाउंगा. कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि उन्हें अपने हिन्दू होने पर गर्व है और वह ‘रघुवंशी’ हैं, वह लव-कुश (भगवान राम के पुत्र) के वंशज हैं और भगवान राम, भगवान शिव तथा कुलदेवी उनके आराध्य हैं. उन्होंने कहा, ‘‘हिन्दू धर्म से हमारा नाता नया नहीं है। यह पुरातन काल से है और हमें हिन्दू होने पर गर्व है.
गौरतलब है कि 2015 में ओबीसी श्रेणी में पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग के आंदोलन का नेतृत्व हार्दिक ने किया था और वहीं से वह राजनीतिक फलक पर उभरे थे. इसबीच, हार्दिक द्वारा भाजपा की तारीफ किए जाने पर पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष सी. आर. पाटिल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा का शीर्ष नेतृत्व देश को जिस प्रकार आगे लेकर जा रहा है, इस सच को सिर्फ पटेल ही नहीं बल्कि कांग्रेस के कई नेता स्वीकार करेंगे.
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा की विचारधारा पूरे देश को पसंद आ रही है। भाजपा के शीर्ष नेता नरेंद्र मोदी, उनके काम करने के तरीके को 2014 के बाद हुए सर्वांगीण विकास और देश को जिस तरह से आगे ले जाया गया है, इसे देश और दुनिया सभी ने देखा है. भाजपा नेता ने कहा, ‘‘ऐसे में स्वाभाविक है कि पटेल सहित कांग्रेस के कई नेता और अन्य लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं. पटेल ने जनता के सामने सच बोलकर हिम्मत दिखाई है, अन्य शायद खुल कर ना बोल पाएं.
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