बेंगलुरु, पांच अगस्त कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने सोमवार को कहा कि यादगीर में एक उपनिरीक्षक की मौत के सिलसिले में आरोपों का सामना कर रहे कांग्रेस के एक विधायक एवं उनका बेटा अगर अपराध जांच विभाग की (सीआईडी) की छानबीन में दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार ने मृतक अधिकारी की पत्नी को नौकरी देने का फैसला किया है।
उन्होंने कहा, “मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई है, वे छानबीन कर रहे हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत का कारण पता चलेगा। मैं परसों उपनिरीक्षक के परिवार से मिलने जाऊंगा और उन्हें सांत्वना देने की कोशिश करूंगा।”
विधायक चेन्नारेड्डी पाटिल टुन्नूर और उनके बेटे पंपनगौड़ा के खिलाफ आरोपों के बारे में उन्होंने कहा, “सीआईडी जांच जारी है। देखते हैं रिपोर्ट में क्या आता है। यदि वे शामिल हैं, तो जो भी कार्रवाई करनी होगी, की जाएगी।”
पुलिस सूत्रों ने बताया कि परशुराम (34) की शनिवार को यादगीर में मौत हो गई, लेकिन उसकी मौत के कारण की अभी पुष्टि नहीं हो पाई है, क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अब भी इंतजार है।
परशुराम की पत्नी श्वेता ने यादगीर के कांग्रेस विधायक चेन्नारेड्डी पाटिल टुन्नूर और उनके बेटे पंपनगौड़ा के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है और उन्हें परशुराम की मौत का जिम्मेदार बताया है।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, महिला ने आरोप लगाया है कि दोनों ने यादगीर टाउन थाने से उसका तबादला रोकने के लिए 30 लाख रुपये की रिश्वत मांगकर उसके पति को मानसिक रूप से परेशान किया और अधिकारी को जाति सूचक गालियां भी दीं।
विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक ने रविवार को उपनिरीक्षक परशुराम के परिवार से मुलाकात की और उसकी मौत की सीबीआई जांच की मांग की और आरोप लगाया कि राज्य की कांग्रेस सरकार अपने विधायक को बचाने की कोशिश कर रही है।
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