अहमदाबाद, 24 नवंबर अहमदाबाद पुलिस ने कथित तौर पर खुद को आईएएस अधिकारी बताकर लोगों को ठगने के लिए 29 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
निरीक्षक (अपराध शाखा) जे.के. मकवाना ने बताया कि गुजरात के मोरबी जिले के वंकानेर में दो स्कूलों का प्रबंधन करने वाले इंजीनियर मेहुल शाह पर फर्जी दस्तावेजों और झूठे दावों के जरिए लाखों रुपये कमाने का आरोप है।
मकवाना ने बताया कि खुद को एक शीर्ष सरकारी अधिकारी बताकर आरोपी ने कार किराए पर देने का व्यवसाय करने वाले प्रतीक शाह से संपर्क किया और उसे सायरन व पर्दे लगे वाहन उपलब्ध कराने को कहा, लेकिन किराया नहीं दिया।
मकवाना ने बताया, “आरोपी ने खुद को राजस्व विभाग में निदेशक और आईएएस अधिकारी बताया। उसने केंद्रीय गृह मंत्रालय और “विज्ञान एवं अनुसंधान विकास विभाग" के फर्जी पत्र जारी किए और कार में सायरन व पर्दे लगवाने की अनुमति भी हासिल की।”
अधिकारी ने बताया कि आरोपी ने शिकायतकर्ता के बेटे को सरकारी कार्यालय में कंप्यूटर ऑपरेटर की नौकरी दिलाने के लिए अहमदाबाद जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) का फर्जी नियुक्ति पत्र भी तैयार किया था।
अधिकारी ने बताया कि शाह ने खुद को एक स्कूल का ट्रस्टी भी बताया और एक अन्य शिकायतकर्ता को स्कूल की इमारत की पुताई के लिए बकाया सात लाख रुपये का भुगतान नहीं किया।
पुलिस अधिकारी ने बताया, “राज्य या केंद्र सरकार में कोई आधिकारिक पद नहीं होने के बावजूद, उसने लोगों से लाखों रुपये ऐंठने के लिए फर्जी वर्क परमिट और एनओसी जारी कीं।”
पुलिस ने उसके पास से “भारत गौरव रत्न श्री सम्मान परिषद”, “विज्ञान एवं अनुसंधान विकास विभाग अध्यक्ष”, “स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग” और “सड़क एवं भवन विभाग” के फर्जी पहचान पत्र और पत्र बरामद किए हैं।
मकवाना ने कहा, “प्राथमिकी तीन पीड़ितों की शिकायतों पर आधारित है। हम लोगों से अपील करते हैं कि अगर शाह ने उन्हें किसी भी तरह से ठगा है तो वे आगे आएं और अपनी शिकायत दर्ज कराएं।”
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