पटना, 28 मई: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जदयू) की रविवार को यहां हुई बैठक से संकेत मिले हैं कि भाजपा विरोधी दलों की बहुप्रतीक्षित बैठक यहां 12 जून को हो सकती है. हालांकि जदयू के किसी भी वरिष्ठ पदाधिकारी ने आधिकारिक रूप से इसकी पुष्टि या खंडन नहीं किया, लेकिन बैठक में मौजूद कई लोगों ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह खुलासा खुद मुख्यमंत्री ने किया है. यह भी पढ़ें: PM मोदी ने भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की बैठक
जद (यू) के शीर्ष नेता नीतीश कुमार पिछले साल अगस्त में भाजपा से नाता तोड़ने के बाद से "विपक्षी एकता" की वकालत कर रहे हैं. बिहार में सत्ताधारी "महागठबंधन" का नेतृत्व कर रहे नीतीश कुमार 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर अरविंद केजरीवाल, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव जैसे भाजपा विरोधी नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं. जदयू, राजद, कांग्रेस और वामपंथी पार्टियां एवं अन्य कुछ दल महागठबंधन के घटक हैं.
दरअसल, पटना में विपक्षी नेताओं की एक बैठक आयोजित करने का विचार ममता बनर्जी ने दिया था. "विपक्षी एकता" अभियान के हिस्से के रूप में, नीतीश कुमार ने न केवल उद्धव ठाकरे और शरद पवार जैसे कांग्रेस के सहयोगियों के साथ, बल्कि तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव जैसे अपने विरोधियों के साथ भी बातचीत की है.
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