इंदौर (मध्यप्रदेश), 14 अक्टूबर भारतीय सरहदों की हिफाजत के लिए जान की बाजी लगाने की शपथ के साथ इंदौर में सोमवार को 490 नव आरक्षक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) में औपचारिक रूप से शामिल हो गए। बीएसएफ अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों ने बताया कि बीएसएफ के सहायक प्रशिक्षण केंद्र में आयोजित परेड के दौरान इन नव आरक्षकों को केंद्रीय सशस्त्र बल में विधिवत शामिल किया गया और उन्होंने राष्ट्रध्वज तिरंगे के सामने देश की सीमाओं की रक्षा करने की शपथ ली।
बीएसएफ के रायपुर स्थित कमान मुख्यालय (विशेष अभियान) के विशेष महानिदेशक रामप्रसाद मीना ने बतौर मुख्य अतिथि शपथ परेड का निरीक्षण कर सलामी ली।
मीना ने अपने संबोधन में नव आरक्षकों को हिदायत देते हुए कहा कि वे पूरी तरह सजग रहकर अपने कर्तव्य को निभाएं और खाली वक्त में मोबाइल फोन का ज्यादा इस्तेमाल करने से बचें।
अधिकारियों ने बताया कि 44 सप्ताह के कड़े प्रशिक्षण के बाद बीएसएफ में शामिल होने वाले 490 नव आरक्षकों में त्रिपुरा का एक, बिहार के छह और झारखंड के 483 निवासी शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान इन जवानों को भारतीय सरहदों की हिफाजत के लिए शारीरिक व मानसिक रूप से तैयार किया गया और देश की आंतरिक सुरक्षा के वास्ते आतंकवादियों और उग्रवादियों से निपटने के गुर भी सिखाए गए।
प्रशिक्षण के दौरान सबसे अच्छे प्रदर्शन के लिए पूरे बैच में पहला स्थान हासिल करने वाले गंगाधर कुमार सिंह ने ‘‘पीटीआई-’’ से कहा,‘‘मेरा बचपन से सपना था कि मुझे सशस्त्र बलों में भर्ती होना है। 10वीं की पढ़ाई के दौरान मैंने बीएसएफ में भर्ती की तैयारी शुरू कर दी थी। आज मेरा सपना पूरा हो गया है।’’
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