पथनमथिट्टा (केरल), 14 जनवरी : जिले में दलित लड़की के कथित यौन शोषण के मामले की जांच कर रहे केरल पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) ने इस संबंध में अब तक 44 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. जांच की निगरानी कर रहीं उप महानिरीक्षक (डीआईजी) एस. अजीता बेगम ने बताया कि लड़की के कथित यौन उत्पीड़न के संबंध में 30 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और मामलों में नामित 59 आरोपियों में से 44 को गिरफ्तार कर लिया गया है. अधिकारी ने टीवी चैनल को बताया, ‘‘दो आरोपी फरार हैं और वे फिलहाल विदेश में हैं. हम उनके लिए ‘लुकआउट सर्कुलर’ जारी करने पर विचार कर रहे हैं. हम ‘इंटरपोल’ के जरिए उनके लिए ‘रेड कॉर्नर नोटिस’ जारी करने की भी योजना बना रहे हैं.’’
उन्होंने कहा कि इनके अलावा 13 और लोगों को गिरफ्तार किया जाना है. पुलिस के अनुसार, अब तक की जांच में सामने आया है कि पथनमथिट्टा के एक निजी बस स्टैंड पर कई आरोपियों ने लड़की से मुलाकात की थी. इसके बाद उसे वाहनों में अलग-अलग जगहों पर ले जाया गया और उसका उत्पीड़न किया गया. जांच में यह भी पाया गया कि पिछले साल जब लड़की 12वीं कक्षा में पढ़ रही थी, तो उसे इंस्टाग्राम के जरिए जानने वाला एक युवक उसे रन्नी स्थित रबर के एक बागान में ले गया, जहां उसने तीन अन्य लोगों के साथ मिलकर लड़की से दुष्कर्म किया. पुलिस के मुताबिक जांच से पता चला है कि उसके साथ कम से कम पांच बार सामूहिक दुष्कर्म किया गया, जिसमें कार के अंदर और जनवरी 2024 में पथनमथिट्टा जनरल अस्पताल में हुई घटनाएं भी शामिल हैं. यह भी पढ़ें : शकूर बस्ती की झुग्गियों को लेकर केजरीवाल के दावे को वैष्णव ने तथ्यात्मक रूप से गलत बताया
अब 18 वर्ष की हो चुकी लड़की ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि 13 वर्ष की उम्र से 62 व्यक्तियों द्वारा उसका यौन शोषण किया गया. शैक्षणिक संस्थान में पीड़िता के शिक्षकों ने उसके व्यवहार में परिवर्तन के बारे में बाल कल्याण समिति को बताया और इसके बाद आयोजित ‘काउंसलिंग’ के दौरान ये मामले सामने आए. इसके बाद समिति ने पुलिस को सूचित किया और जांच जारी है. जांच के लिए जिला पुलिस प्रमुख वी. जीँ विनोद कुमार की निगरानी में पथनमथिट्टा के पुलिस उपाधीक्षक पी.एस. नंदकुमार के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया.