चंडीगढ़, 20 जुलाई. हरियाणा पुलिस ने शनिवार को कहा कि 12 मई से 15 जून के बीच फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी किए गए 392 सिम कार्ड निष्क्रिय कर दिए गए हैं क्योंकि इस तरह के फर्जी सिम कार्डों से ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) नवदीप सिंह विर्क ने कहा कि पुलिस की साइबर अपराध रोकथाम इकाई ने इस अवधि के दौरान गहन जांच के बाद इन सिम कार्डों की पहचान की जो फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जारी किए गए थे.
विर्क ने एक बयान में कहा, ‘‘इन मोबाइल नंबरों को निष्क्रिय कराने के लिए भारत सरकार के दूरसंचार विभाग से संपर्क किया गया जिसके बाद मोबाइल सेवा प्रदाताओं ने 392 मोबाइल नंबरों को निष्क्रिय कर दिया है. ’’उन्होंने कहा कि देखा गया है कि ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले बढ़ रहे हैं और फर्जीवाड़ा करने वाले लोग, भोले-भाले लोगों से ठगी कर रहे हैं. यह भी पढ़े | गलवान घाटी में हुई खूनी झड़प को लेकर जेपी नड्डा का विपक्ष पर हमला, कहा- फौज का मनोबल गिराने का काम हमारे ही नेता कर रहे हैं.
विर्क ने कहा कि इस तरह का फर्जीवाड़ा करने वाले गिरफ्तारी से बचने के लिए फर्जी दस्तावेजों के आधार पर सिम कार्ड हासिल करते हैं. उन्होंने कहा, ‘‘इसके मद्देनजर, सलाह दी जाती है कि न तो बैंक खाते, सीवीवी (कार्ड वेरीफिकेशन वैल्यू) कोड, ओटीपी जैसी अपनी कोई व्यक्तिगत सूचना किसी के साथ साझा करें और न ही व्हाट्सएप या ई-मेल पर किसी संदिग्ध लिंक का जवाब दें क्योंकि इसका परिणाम बैंक खातों से पैसा हड़पने के रूप में निकल सकता है.’’
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