ठाणे, 17 नवंबर : महाराष्ट्र के ठाणे जिले में चार कंपनियों से प्राप्त किए गए खाद्य तेल और अन्य खाद्य पदार्थों के 56 नमूनों में से कम से कम 27 प्रतिशत मिलावटी या झूठे दावे वाले पाए गए हैं. खाद्य एवं औषधि प्रशासन (एफडीए) के अधिकारी ने यह जानकारी दी. एफडीए (खाद्य) के संयुक्त आयुक्त एस आर केकरे ने कहा कि नमूनों की जांच से पता चला है कि सूरजमुखी और सोयाबीन के तेल के रूप में बेचे जाने वाले उत्पादों में पामोलिन तेल मिलाया गया था, चावल की भूसी का तेल सरसों के तेल के रूप में बेचे जाने वाले उत्पाद में मिलाया गया था और दूध की क्रीम तथा घी के दावे के साथ बेचे जा रहे उत्पादों में वनस्पति तेल मिलाया गया था.
इस संबंध में एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि शिकायतों के आधार पर, एफडीए ने छापे मारे और जिले के दहिसर मोरी, भिवंडी, कल्हेर और कोपरखैरने क्षेत्रों में स्थित चार इकाइयों में जांच पड़ताल की है. केकरे ने कहा कि उपभोक्ता इन सामग्रियों की खरीदारी करते समय सावधान रहें. यह भी पढ़ें: Maharashtra: नासिक में बच्ची की दर्दनाक मौत, शरीर पर गर्म पानी गिरने से 10 महीने की मासूम ने तोड़ा दम
उन्होंने कहा कि एफडीए इस बात की पुष्टि कर रही है कि थोक विक्रेताओं और विनिर्माताओं ने इन मिलावटी उत्पादों को किसे-किसे बेचा है. केकरे ने लोगों से अपील की कि अगर किसी को भी बाजार में कोई भी घटिया या मिलावटी सामान मिलता है तो एफडीए को बताएं.