भुवनेश्वर, 30 अक्टूबर ओडिशा सतर्कता विभाग ने इस साल 27 अक्टूबर तक प्रथम श्रेणी के 38 अधिकारियों समेत 365 लोगों के विरूद्ध 202 आपराधिक मामले दर्ज किये। सोमवार को एक सरकारी बयान में यह जानकारी दी गयी।
सतर्कता जागरूकता सप्ताह, 2023 के मौके पर राज्य सरकार की इस भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने बताया कि ये आपराधिक मामले 236 अधिकारियों, सात चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों तथा 48 अन्य जनसेवकों के खिलाफ दर्ज किये गये हैं।
विभाग ने एक बयान में कहा कि 202 मामलों में ‘‘61 मामले 72 जनसेवकों और 34 निजी व्यक्तियों के विरूद्ध आय के ज्ञात स्रोत से अधिक संपत्ति अर्जित करने को लेकर दर्ज किये गये।’’
उसने कहा कि इन सभी मामलों में 93.29 करोड़ रुपये की आय के ज्ञात स्रोत से अधिक की संपत्ति का पता चला।
सतर्कता विभाग ने 86 जनसेवकों और 13 निजी व्यक्तियों के विरूद्ध 24.24 लाख रुपये रिश्वत मांगने और स्वीकार करने को लेकर जाल बिछाया ।
विभाग का कहना है कि साल के दौरान 168 लोगों के खिलाफ 44.38 करोड़ रुपये की सरकारी रकम की हेराफेरी के 66 मामले दर्ज किये गये ।
उसके मुताबिक समूह ‘ए’ के 42 तथा समूह ‘बी’ के 31 अधिकारियों समेत 486 लोगों के खिलाफ 198 मामलों में आरोपपत्र दाखिल किये गये।
एक वरिष्ठ सतर्कता अधिकारी ने बताया कि इनमें 87 मामलों में दोषसिद्धि हुई।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)