गुवाहाटी, 26 नवंबर असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने उन्हें बताया है कि जोरहाट-डिब्रूगढ़ राजमार्ग पर काम की धीमी गति को लेकर राज्य सरकार की चिंता के मद्देनजर परियोजना में तेजी लाने के लिए 11 ठेकेदारों को शामिल किया गया है।
शर्मा को लिखे पत्र में गडकरी ने कहा कि 127 किलोमीटर लंबे मार्ग के जीर्णोद्धार और रखरखाव के संबंध में उनके कार्यालय से प्राप्त रिपोर्ट के मद्देनजर मामले की जांच की गई।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने बताया कि दुर्भाग्यवश, जोरहाट से डिब्रूगढ़ खंड पर काम कई कारणों से निर्धारित समय से पीछे चल रहा है, जिनमें भूमि अधिग्रहण से संबंधित शुरुआती देरी, कच्चे माल, विशेष रूप से बालू और रेत की भारी कमी और कुछ ठेकेदारों का खराब प्रदर्शन शामिल है।
उन्होंने कहा कि नुमालीगढ़ से जोरहाट तक का हिस्सा पूरा हो चुका है।
गडकरी ने कहा, ‘‘हमारी हालिया बैठक में कुशल निष्पादन को सुविधाजनक बनाने का निर्णय लिया गया, इसके लिए जोरहाट से डिब्रूगढ़ तक के हिस्से को छोटे-छोटे टुकड़ों में विभाजित किया गया है और 11 ठेकेदारों को शामिल करके काम किया जा रहा है।’’
इस परियोजना में नौ वाहन अंडरपास, छह पैदल यात्री अंडरपास और एक फ्लाईओवर का निर्माण शामिल है, जिसके लिए पर्याप्त मात्रा में रेत, मिट्टी और पत्थरों की आवश्यकता होगी।
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने एनएचआईडीसीएल (राष्ट्रीय राजमार्ग और अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड) को असम में राष्ट्रीय राजमार्गों पर ऐसी सभी चुनौतियों और मुद्दों से सक्रिय रूप से निपटने और सभी राष्ट्रीय राजमार्गों का व्यापक रखरखाव और जीर्णोद्धार करने का सख्त निर्देश दिया है।’’
उन्होंने शर्मा को यह भी आश्वासन दिया कि उनका मंत्रालय परियोजनाओं को समय पर पूरा करने के लिए सभी आवश्यक उपायों को प्रभावी ढंग से लागू करेगा।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)