इस्लामाबाद: कश्मीर मामले में भ्रामक और फर्जी खबरें फैलाने के मामले में सोशल मीडिया साइट ट्विटर ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अलवी (President Arif Alvi) को नोटिस भेजा है. पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में यह जानकारी देते हुए यह भी बताया गया है कि ट्विटर (Twitter) ने कहा है कि फिलहाल उसे अलवी की पोस्ट में किसी नियम का उल्लंघन नहीं मिला है, इसलिए अभी वह कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है.रिपोर्ट में कहा गया है कि कश्मीर मामले में कई पाकिस्तानी पत्रकारों के बाद अब राजनेताओं के ट्विटर अकाउंट बंद करवाने की 'साजिश' रची जा रही है और ट्विटर प्रबंधन ने राष्ट्रपति अलवी व कुछ अन्य नेताओं को नोटिस भेजा है.
इस मामले में ट्विटर के नोटिस के मेल का स्क्रीनशाट पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन मजारी ने सोशल मीडिया पर साझा किया है। उन्होंने इसके साथ लिखा है, "ट्विटर प्रबंधन खराब मोदी सरकार का प्रवक्ता बनने में बहुत आगे निकल गया। उन्होंने हमारे राष्ट्रपति को नोटिस भेजा है! बेहद अरुचिकर और पूरी तरह से हास्यास्पद." यह भी पढ़े: जम्मू कश्मीर में मीडिया पर लगे पाबंदी हटाने पर सुप्रीम कोर्ट ने कहा- हम सरकार को कुछ और समय देना चाहते हैं
ट्विटर के इस नोटिस का पाकिस्तान की मानवाधिकार मंत्री शिरीन माजरी ने ट्वीट किया है. माजरी ने लिखा, 'ट्विटर वाकई में मोदी सरकार का मुखपत्र बन गया है. उन्होंने हमारे राष्ट्रपति को नोटिस भेजा है. यह बहुत ही बुरा और बेतुका है.
Twitter has really gone too far in becoming mouthpiece of the Rogue Modi govt! They sent a notice to our President! In bad taste and simply ridiculous. pic.twitter.com/9jxhmVKaL9
— Shireen Mazari (@ShireenMazari1) August 26, 2019
मजारी द्वारा साझा किए गए मेल में ट्विटर की तरफ से लिखा गया है कि अलवी द्वारा 24 अगस्त को कश्मीर की स्थिति पर साझा किए गए एक वीडियो के खिलाफ रिपोर्ट मिली है। इस मेल में ट्विटर प्रबंधन की तरफ से कहा गया है कि 'ट्विटर ने इसकी जांच की है और अपने किसी नियम या किसी कानून का उल्लंघन नहीं पाया है जिस वजह से इस बार हम कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं. कश्मीर के बारे में भ्रामक खबरें फैलाने के आरोप में ट्विटर करीब दो सौ पाकिस्तानी अकाउंट को निलंबित कर चुका है।