पांचवें दिन भी नहीं मिली पनडुब्बी
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit: Image File)

रविवार सुबह 8 बजे, सात घंटे की यात्रा पर निकली पनडुब्बी टाइटन का अब भी कोई अता पता नहीं है. सबमरीन में मौजूद 96 घंटे की इमरजेंसी ऑक्सीजन गुरुवार सुबह तक ही चलने वाली थी.उत्तरी अटलांटिक महासागर में टाइटैनिक के मलबे तक यात्रा कराने वाली ओशनगेट कंपनी की पनडुब्बी, टाइटन की खोज अब भी जारी है. टाइटन पर ओशनगेट के सीईओ समेत पांच लोग सवार हैं. अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने आशंका जताई है कि टाइटन के भीतर ऑक्सीजन अब तक खत्म हो चुकी होगी.

"वे जिंदा मिले तो ये चमत्कार ही होगा"

टाइटन को खोजने के लिए कई देश मिलकर सर्च अभियान चला रहे हैं. गुरुवार को दो और पनडुब्बियां इस काम में लगाई गईं. अमेरिकी न्यूज चैनल एनबीसी के टुडे शो से बात करते हुए यूएस कोस्ट गार्ड के रियर एडमिरल जॉन मौजर ने कहा, "लोगों की जिंदा रहने की इच्छाशक्ति को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए. इसीलिए हम सर्च और रेस्क्यू अभियान जारी रखे हुए हैं."

टाइटैनिक दिखाने वाली लापता पनडुब्बी कैसे मिलेगी

इस बीच फ्रांस का रिसर्च शिप अटलांट भी अभियान में शामिल हो चुका है. अटलांट का अनमैन्ड रोबोट, विक्टर, 6,000 मीटर की गहराई पर जा सकता है. एक्सपर्ट्स का कहना है कि अब सबसे ज्यादा उम्मीद विक्टर से ही है.

ओएसजे/सीके (एपी, एएफपी)