Bangladesh Crisis: प्रधानमंत्री बनते ही सारे गुनाम माफ? बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के मुखिया मोहम्मद यूनुस कोर्ट से हो रहे हैं बरी
Muhammad Yunus | Instagram

Bangladesh Crisis: बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस को भ्रष्टाचार निरोधक आयोग द्वारा दर्ज भ्रष्टाचार के एक मामले में रविवार को बरी कर दिया गया. यूनुस ने तीन दिन पहले ही पदभार ग्रहण किया है. मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. डेली स्टार समाचार पत्र ने भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी के एक अधिकारी के हवाले से बताया कि ढाका के विशेष न्यायाधीश न्यायालय-4 के न्यायाधीश मोहम्मद रबीउल आलम ने भ्रष्टाचार निरोधक आयोग की उस याचिका को स्वीकार कर लिया जिसमें दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 494 के तहत मामले में अभियोजन वापस लेने की मांग की गई थी.

7 अगस्त को ढाका की एक अदालत ने श्रम कानून उल्लंघन के एक मामले में यूनुस और ग्रामीण टेलीकॉम के तीन शीर्ष अधिकारियों अशरफुल हसन, एम शाहजहां और नूरजहां बेगम को बरी कर दिया था.

ये भी पढें: Bangladesh Crisis: 17 साल पहले ठुकराया था PM बनने का ऑफर, उन्हीं परिस्थितियों में अब सत्ता संभालेंगे नोबेल विजेता मोहम्मद यूनुस

यूनुस (84) ने बृहस्पतिवार को अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. नूरजहां बेगम 16 सदस्यीय सलाहकार परिषद की सदस्य हैं जो राज्य के मामलों को चलाने में यूनुस की सहायता करेंगी. शेख हसीना के शासनकाल के दौरान यूनुस पर दर्जनों मामले दर्ज किये गये थे. जनवरी में एक अदालत ने श्रम कानून उल्लंघन के आरोप में यूनुस को छह महीने जेल की सजा सुनाई थी.

(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)