खारतूम: सूडान मिलिट्री काउंसिल के प्रमुख अवाद इब्न औफ (Ahmed Awad Ibn Auf) ने अपना पद छोड़ दिया है. उन्होंने लंबे समय तक सूडान पर शासन करने वाले उमर अल बशीर (Omar al-Bashir) का विरोध की लहर के बीच तख्तापलट किया था. गुरुवार को बशीर को हटाए जाने के बाद भी प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन करना बंद नहीं किया वे यहां सैन्य मुख्यालय के बाहर डेरा जमाए रहे और सेना द्वारा लगाए कर्फ्यू को बेअसर कर दिया.
शुक्रवार को, एक सैन्य प्रवक्ता ने कहा कि सेना सत्ता की मांग नहीं कर रही है और सूडान का भविष्य प्रदर्शनकारियों द्वारा तय किया जाएगा. इब्न औफ के पद छोड़ने के बाद, प्रदर्शनकारियों ने उनके जाने का जश्न मनाया, लोगों ने 'फिर से गिर गया' जैसे नारे लगाए. बीबीसी के मुताबिक, रक्षा मंत्री अवाद इब्न औफ ने सरकारी टीवी चैनल पर अपने फैसले की घोषणा की. उन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल अब्देल फतह अब्देलरहमान बुरहान को अपने उत्तराधिकारी के रूप में नामित किया.
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संविधान को निलंबित करने के साथ सैन्य परिषद ने तीन महीने का आपातकाल भी लगाया है. पुलिस ने कहा कि गुरुवार और शुक्रवार को विरोध प्रदर्शनों में कम से कम 16 लोग मारे गए. ऐसा तब हुआ जब प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर से हटने से इनकार कर दिया और कहा कि तख्तापलट करने वाले बशीर के करीबी हैं. सेना ने कहा था कि वह दो साल बाद चुनाव कराने पर विचार कर रही है और तब तक देश की बागडोर सेना के हाथ में ही रहेगी.