मजबूत विदेशी संकेतों से कॉटन में तेजी का रुझान, व्यापारिक तनाव दूर करने की दिशा में हुई प्रगति
कॉटन (Photo Credit- Pixabay)

नई दिल्ली: अंतर्राष्ट्रीय बाजार से मिले मजबूत संकेतों से शुक्रवार को घरेल वायदा बाजार में कॉटन के भाव में तेजी का रुझान बना हुआ था. वायदा में तेजी से हाजिर भाव को भी सपोर्ट मिल सकता है. अमेरिका (America) और चीन (China) के बीच व्यापारिक तनाव दूर करने की दिशा में प्रगति की रिपोर्ट से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कॉटन के दाम में गुरुवार को जबरदस्त तेजी आई जो शुक्रवार को भी जारी थी.

सुबह 9.45 बजे मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (Multi Commodity Exchange)-एमसीएक्स पर कॉटन का मार्च एक्सपायरी अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले 130 रुपये यानी 0.63 फीसदी की बढ़त के साथ 20,670 रुपये प्रति गांठ यानी 170 किलो पर बना हुआ था. इससे पहले मार्च अनुबंध का भाव मजबूती के साथ 20,590 रुपये प्रति गांठ पर खुला और 20,720 रुपये प्रति गांठ तक उछला.

अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटरकांटिनेंटल एक्सचेंज यानी आईसीई पर कॉटन का मई डिलीवरी अनुबंध पिछले सत्र के मुकाबले 0.54 फीसदी की तेजी के साथ 74.37 सेंट प्रति पौंड पर बना हुआ था. पिछले सत्र में आईसीई पर कॉटन में दो फीसदी से ज्यादा का उछाल आया और भाव दो सप्ताह के उंचे स्तर पर चला गया.

आईसीई पर मई डिलवरी अनुबंध पिछले सत्र में 2.56 फीसदी की तेजी के साथ 74.01 सेंट प्रति पौंड पर बंद हुआ था. इससे पहले सात फरवरी को कॉटन का भाव 74.35 सेंट प्रति पौंड चला गया था.

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कॉटन बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि अमेरिकी कॉटन के लिए चीन सबसे बड़ा बाजार है क्योंकि अमेरिका दुनिया का सबसे बड़ा कॉटन निर्यातक है तो चीन में कॉटन की खपत दुनिया में सबसे ज्यादा होती है और वह बड़े पैमाने पर दुनिया के देशों से कॉटन आयात करता है.

इसलिए दोनों देशों में व्यापारिक तनाव दूर करने की दिशा में हुई प्रगति से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कीमतों में तेजी का रुख बना हुआ है. उन्होंने बताया है कि दरअसल चीन ने अमेरिका से 30 अरब डॉलर के कृषि उत्पाद खरीदने का प्रस्ताव रखा है. कॉटन भी एक कृषि उत्पाद है, इसलिए बाजार में इसका सकारात्मक प्रभाव देखा जा रहा है.