मॉस्को: रूस (Russia) में एक बार फिर कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी का प्रकोप बढ़ता आ रहा है. बीते कई दिनों से संक्रमितों की संख्या और जान गंवाने वाले लोगों का संख्या तेजी से बढ़ी है. ताजा अपडेट के मुताबिक, रूस में कोविड-19 के 40,096 नए मामले सामने आये है जबकि 1,159 और लोगों की मौत संक्रमण से हुई है. घातक वायरस को फैलने से रोकने के लिए राजधानी मॉस्को (Moscow) में 11 दिनों के लिए गैर-आवश्यक सेवाओं को बंद कर दिया गया है. कोरोना वायरस के खौफ से तीन महीने तक शिकागो हवाई अड्डे पर रहने वाले भारतीय को अदालत ने बरी किया
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने देशवासियों को 30 अक्टूबर और सात नवंबर के बीच काम पर नहीं जाने का आदेश दिया है, जब देश में एक लंबा अवकाश होगा. पुतिन ने कहा कि रूस के 85 उन क्षेत्रों में जहां स्थिति विशेष रूप से गंभीर है, कामकाज पहले से भी रोका जा सकता है और छुट्टियां 7 नवंबर के बाद भी बढ़ाई जा सकती हैं. उस दौरान, प्रमुख बुनियादी ढांचे और कुछ अन्य को छोड़कर अधिकांश सरकारी संगठनों और निजी व्यवसायों को काम रोकना होगा.
Russia reported 40,096 new cases and 1,159 fatalities, as Moscow shuts down non-essential services for 11 days to combat the surge in COVID19 infections: AFP
— ANI (@ANI) October 28, 2021
मॉस्को में हालात को नियंत्रण में करने के लिए आज से छुट्टियां देने की योजना बनाई गई. इसके तहत किंडरगार्टन और स्कूलों के साथ ही जिम, ज्यादातर मनोरंजन स्थल और स्टोर 11 दिन बंद रखे जाएंगे. उस अवधि के दौरान रेस्तरां और कैफे केवल ‘टेकआउट’ या डिलीवरी ऑर्डर के लिए खुले रहेंगे. खाद्य सामग्री और दवा दुकानें खुली रह सकती हैं. इसके आलावा, संग्रहालयों, थिएटर, कॉन्सर्ट हॉल और अन्य स्थानों तक उन्हें ही पहुंचने दिया जाएगा, जो वैक्सीनेशन या पिछली बीमारी की जानकारी के संबंध में अपने स्मार्टफोन में डिजिटल कोड रखते हों. यह व्यवस्था सात नवंबर के बाद भी लागू रहेगी.
रूसी अधिकारियों को उम्मीद है कि इस दौरान लोगों को कार्यालयों और सार्वजनिक परिवहन से दूर रखकर कोरोना महामारी के प्रसार को सीमित करने में मदद मिलेगी. इन स्थानों पर लोग मास्क की अनिवार्यता के अनुपालन में कोताही करते रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि रूस ने कोरोना वायरस के 82 लाख से अधिक पुष्ट मामले और 2.30 लाख से ज्यादा मौतें दर्ज की हैं, जो यूरोप में इस महामारी से मौत का सर्वाधिक आंकड़ा है. वहीं, इस महामारी से हुई मौत के मामले में अमेरिका, ब्राजील, भारत और मेक्सिको के बाद दुनिया में रूस पांचवें स्थान पर है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि रूस में कोरोना फिर उभर रहा है क्योंकि उन्होंने डेल्टा वेरियंट फैलने से काफी पहले लोगों का वैक्सीनेशन कर दिया था, जिस वजह से लोगों में वैक्सीन से उत्पन्न रोग प्रतिरोधक क्षमता कोविड-19 के नये रूप में निष्प्रभावी हो गई.
भारत को भी सतर्क रहने की जरुरत!
वरिष्ठ डॉक्टर श्रीनाथ रेड्डी ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस के डेल्टा वेरियंट के प्रसार के साथ वैक्सीनेशन भी चलता रहा जिससे लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता पैदा हुई. रेड्डी ने कहा कि इसके अलावा संक्रमित मरीज़ों में भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढी, जिससे कोरोना पर नियंत्रण बना रहा. उन्होंने कहा कि लोगों को फिर भी सतर्क रहना चाहिए और कोविड उपयुक्त व्यवहार का सख्ती से पालन करना चाहिए.