नई दिल्ली: सऊदी अरब में गाजा और फिलिस्तीन के समर्थन में प्रार्थना करने पर रोक लगा दी गई है. मक्का और मदीना जैसे पवित्र स्थलों पर हमास के दुआं मांगने पर लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है. मिडिल ईस्ट आई की एक रिपोर्ट के अनुसार, एक ब्रिटिश अभिनेता और प्रस्तुतकर्ता, इस्लाह अब्दुर-रहमान को मक्का में तीर्थयात्रा के दौरान फिलिस्तीनी केफियेह पहनने और फिलिस्तीनी रंग की तस्बीह ले जाने के लिए हिरासत में लिया गया था.
उन्होंने मिडिल ईस्ट आई को अपना अनुभव बताते हुए कहा, "मेरे सिर के चारों ओर एक सफेद केफियेह और मेरी कलाई के चारों ओर एक फिलिस्तीनी रंग की तस्बीह पहनने के कारण चार सैनिकों ने मुझे रोक दिया और मुझे एक ऑफ-साइट हिरासत में ले गए, जहा पूछताछ की गई. Israel Hamas War: गाजा में फिलीस्तीनियों की मौत का आंकड़ा 12 हजार से अधिक
अब्दुर-रहमान ने नोट किया कि सैनिकों का ध्यान स्पष्ट रूप से उसके स्कार्फ पर था, क्योंकि इसकी जांच करते समय उन्होंने बार-बार 'फिलिस्तीनी केफियेह' का उल्लेख किया था. आख़िरकार उसे रिहा कर दिया गया, लेकिन स्कार्फ न पहनने की चेतावनी भी दी गई.
मिडिल ईस्ट आई की रिपोर्ट में कहा गया है कि उन्हें छह घंटे तक हिरासत में रखा गया, पूछताछ की गई और गाजा के लिए उनकी प्रार्थना के वीडियो को हटाने के लिए उनका फोन जब्त कर लिया गया.
बीते 43 दिनों से इजरायल हमास को खत्म करने के लिए गाजा पर हवाई हमले कर रहा है. इसकी वजह से गाजा पट्टी में मरने वाले फिलिस्तीनियों की संख्या 12 हजार के पार हो गई है. इनमें करीब 4,710 बच्चे और 3160 औरतें शामिल है. इजरायल के कार्रवाई को लेकर कई देशों ने आपत्ति भी जताई है और सीजफायर की मांग की है.