इस्लामाबाद: पाकिस्तान ने कहा है कि भारत और पाकिस्तान के बीच मुद्दों और विवादों को हल करने के लिए बातचीत ही एकमात्र रास्ता है और सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर गलियार खुलने का मामला दोनों देशों के बीच वार्ता शुरू होने से जुड़ा है.
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने संवाददाताओं से कहा कि पाकिस्तान शांतिपूर्ण पड़ोस की नीति का पालन कर रहा है.
सिख श्रद्धालुओं के लिए करतारपुर कॉरीडोर खोले जाने के संबंध में एक प्रश्न के जवाब में फैसल ने कहा कि यदि दोनों देशों के बीच बातचीत नहीं हुई ,तो कुछ नहीं हो सकता. हालांकि उन्होंने सभी लंबित मुद्दों के हल के लिए भारत से बातचीत करने के अपने रूख को दोहराया.
गौरतलब है कि करतारपुर पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले में स्थित है. यह स्थान भारत पाकिस्तान सीमा के पास स्थित है. पहले सिख गुरु ने 1522 में इसकी स्थापना की थी. पहला गुरुद्धारा ‘गुरुद्धारा करतारपुर साहिब’ यहीं बनाया गया था. कहा जाता है कि गुरुनानक देव जी का निधन यहीं हुआ था.
नवंबर 2019 को गुरुनानक देव जी की 550वीं जयंती मनाई जाएगी.
दरअसल भारत और पाकिस्तान के विदेश मंत्रियों के बीच न्यूयॉर्क में बैठक होनी थी लेकिन भारत ने जम्मू कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या का हवाला देते हुए बैठक रद्द कर दी थी.
अंतरराष्ट्रीय न्यायाधिकरण में कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई के बारे में पूछे जाने पर फैसल ने कहा कि अगले वर्ष जब सुनवाई शुरू होगी तब पाकिस्तान पूरी तैयारी से अपने तर्कों को रखेगा.
जाधव मामले में सीजेआई 18 फरवरी से 21 तक द हेग में सुनवाई करेगी.
सार्क सम्मेलन के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने संयुक्तराष्ट्र महासभा के सत्र से इतर सभी दक्षिण एशियाई देशों से बातचीत की थी और वे सम्मेलन के लिए इस्लामाबाद आने के लिए उत्सुक है. हालांकि उन्होंने दावा किया कि भारत इसमें अडंगा डाल रहा है.