इस्लामाबाद: कंगाली की कगार पर खड़े पाकिस्तान ने एक बार फिर पाकिस्तान का राग अलापा है. सोमवार को पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने घड़ियाली आंसू बहाए हैं. कश्मीर पर झूठे आंसू बहाते हुए इमरान खान ने दोबारा बातचीत का मुद्दा उठाया है.
हाल ही में संयुक्त राष्ट्र में दिखावा करनेवाले पाकिस्तान के पीएम इमरान खान ने ट्वीट कर कहा कि, भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा आईओके में निर्दोष कश्मीरियों की हत्या की घटना की निंदा करते हैं. अब वो समय आ गया है जब भारत को संयुक्त राष्ट्र के रेसोल्यूशन्स और कश्मीरी लोगों की इच्छाओं के अनुसार कश्मीर के मुद्दे को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए.
दरअसल जम्मू एवं कश्मीर के कुलगाम जिले में रविवार को एक मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया गया था. वहीं मुठभेड़ स्थल के पास एक विस्फोट में कम से कम सात नागरिकों की मौत हो गई. पुलिस के मुताबिक सुरक्षा बलों द्वारा कुलगाम में एक गांव को चारों ओर से घेर लेने के बाद मुठभेड़ शुरू हुई. बलों को खुफिया जानकारी मिली थी कि आतंकी यहां छिपे हुए हैं. कई घंटों तक चली मुठभेड़ में तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया जबकि सेना के दो जवान घायल हुए.
Strongly condemn the new cycle of killings of innocent Kashmiris in IOK by Indian security forces. It is time India realised it must move to resolve the Kashmir dispute through dialogue in accordance with the UN SC resolutions & the wishes of the Kashmiri people.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) October 22, 2018
पुलिस ने कहा कि नागरिकों से कई बार आग्रह किया गया कि जब तक इसे सुरक्षित स्थान घोषित नहीं किया जाता तब तक वे मुठभेड़ स्थल से दूर रहें, बावजूद इसके दर्जनों लोग वहां पहुंच गए. इस बीच भीड़ में से किसी ने बिना विस्फोट वाले पदार्थ से खेलना शुरू कर दिया और यह हादसा हो गया."
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हालत तनावपूर्ण होता देख अधिकारियों ने कुलगाम में सेलफोन और इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं साथ ही प्रदर्शनों को रोकने के प्रयास में कर्फ्यू का आदेश भी जारी किया. अलगाववादियों ने इन मौतों को हत्याकांड करार दिया और लोगों से सोमवार को विरोध-प्रदर्शन का आह्वान किया है.
गौरतलब हो कि इमरान खान द्वारा पहली बार नहीं है जब कश्मीर का मुद्दा उठाया गया हो. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री पद पर काबिज होने के बाद इमरान खान ने कई बार झूठ का सहारा लेकर आम कश्मीरियों के लिए चिंता जताई है. जाहिर तौर पर इमरान घाटी में तनाव का माहौल देखकर बयान देते है जिससे कश्मीरी युवकों को हिंसा के लिए आसानी से उकसाया जा सके.
भारत सरकार द्वारा जम्मू-कश्मीर में अमन और शांति बहाली के लिए चलाये जा रहे अभियान से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ है. इसलिए वह अपनी खुफिया एजेंसी- इंटर सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) और कई आतंकी संगठनों के साथ मिलकर घाटी में दहशत का माहौल पैदा करने की फिराक में लगी रहती है.