भारत से विवाद के बीच जस्टिन ट्रूडो पर भड़के रूसी राष्ट्रपति, कहा- वे मूर्ख हैं, कभी स्कूल नहीं गए
Vladimir Putin and Justin Trudeau | Wikimedia Commons

नई दिल्ली: भारत से चल रहे विवाद के बाद से दुनियाभर में कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) की आलोचना हो रही है. कई मुद्दों को लेकर अन्य देश भी उन्हें खरी-खरी सुना रहे हैं. इसी कड़ी में अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने जस्टिन ट्रूडो को मूर्ख तक कह डाला. रूसी राष्ट्रपति ने पूर्व नाजी सैनिक का संसद में सम्मान करने को लेकर ट्रूडो सरकार की कड़ी आलोचना की है. पुतिन ने कनाडा के इस कदम को घिनौना बताया है. व्लादिमीर पुतिन ने कहा, यह घिनौना है कि सभी ने नाजी सैनिक की तारीफ की. खासकर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने, जिसकी रगों में यहूदी खून है. कनाडा की जनता जस्टिन ट्रूडो से नाराज; गुस्साए नागरिक ने कहा- आपने पूरा देश बर्बाद कर दिया | Video.

दरअसल, पिछले महीने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) कनाडा पहुंचे थे. यहां उन्होंने कनाडा की संसद को संबोधित किया था. इस दौरान द्वितीय विश्व युद्ध में एडॉल्फ हिटलर की ओर से लड़ने वाले नाजी सैनिक यारोस्लाव हुंका को बुलाया गया था. इस दौरान कनाडा के स्पीकर एंथनी रोटा ने हुंका को असली हीरो बताया था. इसके बाद कनाडाई सांसदों ने खड़े होकर तालियां बजाकर नाजी सैनिक का अभिवादन किया था.

कनाडा की संसद में नाजी सैनिक का सम्मान 

नाजी सैनिक को सम्‍मानित करने पर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की कई देशों ने आलोचना की थी. इसके बाद कनाडा के स्पीकर को इस्तीफा देना पड़ा था. हाउस ऑफ कॉमन्स में एक पूर्व नाजी सैनिक का सम्मान करने पर दुनियाभर में बवाल खड़ा हो गया. इसके लिए कनाडा की संसद के स्पीकर एंथनी रोटा ने घटना पर माफी मांगी थी. पूरे मामले में पुतिन ने कहा, चलिए मान लेते हैं कि वह यह (नाजी सैनिक को) नहीं जानते थे. लेकिन अगर वे यह नही जानते कि हिटलर और उसके साथियों ने युद्ध के दौरान रूस के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, तो वह मूर्ख है. इसका मतलब वे स्कूल नहीं गए.

पुतिन ने कनाडा को ये फटकार ऐसे वक्त पर लगाई है, जब खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या को लेकर भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव बना हुआ है. भारत पर खालिस्तानी आतंकी हरदीप निज्जर की हत्या का आरोप लगाने को लेकर भी जस्टिन ट्रूडो को दुनियाभर में आलोचना का सामना करना पड़ा. इसके अलावा ट्रूडो के कई फैसलों से कनाडा की जनता खुश नहीं है और अपना आक्रोश जाहिर कर रही है.