जापान में 25 साल में आए सबसे भयावह तूफान 'जेबी' से पश्चिमी तट वाले क्षेत्रों और क्योटो व ओसाका में तबाही का आलम है. तूफान के चलते हुए हादसों में 9 लोग मारे गए. बीबीसी के मुताबिक, मंगलवार दोपहर को तूफान के दस्तक देने के बाद अधिकारियों ने बुधवार तक 12 लाख लोगों के लिए तूफान प्रभावित जगहों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की सलाह दी है. एक अधिकारी ने बताया कि ओसाका के कंसई अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर फंसे हुए 3,000 लोगों को बुधवार को नौका से दूसरे हवाईअड्डे पहुंचाया गया.
हवाईअड्डे के रनवे और बेसमेंट में बाढ़ जैसी स्थिति देखने को मिली और बुधवार को यह बंद रहेगा. बीबीसी के मुताबिक, उड़ानें, रेल सेवाएं रद्द कर दी गई हैं। हवाएं धीमी रफ्तार से अब उत्तर की ओर बढ़ रही हैं, लेकिन लोगों से भूस्खलन और बाढ़ संभावित इलाकों में सर्तक रहने का आग्रह किया जा रहा है.
अग्निशमन एवं आपदा प्रबंधन एजेंसी ने कहा कि 30,000 से अधिक लोगों को खतरा संभावित इलाकों को खाली करने के संदेश दिए गए हैं, लेकिन अभी भी अनिवार्य निकासी के आदेश नहीं दिए गए हैं.
नागोया और ओसाका में अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों सहित करीब 800 उड़ानें रद्द हुई हैं.