Israel-Hamas War: इजराइल में फिर 7 अक्टूबर जैसा कत्लेआम करने की फिराक में हमास, कहा- करते रहेंगे हमले
Israel-Hamas War | PTI

Israel-Hamas War: इजराइल और हमास के बीच 3 सप्ताह से अधिक समय से युद्ध जारी है और यह लगातार बढ़ता जा रहा है. इस युद्ध के दौरान अब तक 10 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, लाखों लोग गाजा पट्टी को छोड़ कर दूसरी जगहों पर विस्थापित हुए हैं. युद्ध क्षेत्र में लगातार लोग अपनी जान गंवा रहे हैं. इस युद्ध का सबसे ज्यादा नुकसान गाजा पट्टी में रहने वाले फिलिस्तीनियों को उठाना पड़ा रहा है. इस बीच हमास ने इजराइल को 7 अक्टूबर जैसे अन्य हमलों की चेतावनी दी है. हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी गाजी हमद ने पिछले सप्ताह एक इंटरव्यू में कहा कि इजराइल के खिलाफ 7 अक्टूबर का हमला सिर्फ शुरुआत थी जब तक देश का विनाश नहीं हो जाता, तब तक दूसरा, तीसरा, चौथा हमला करने की कसम खाई है. Israel-Hamas War: गाजा बना बच्चों का कब्रिस्तान, जीवित लोगों के लिए नरक... इजराइल के एक्शन पर UNICEF ने जताई चिंता.

इजराइल के खात्मे की कसम 

वाशिंगटन स्थित थिंक टैंक मिडिल ईस्ट मीडिया रिसर्च इंस्टीट्यूट (MEMRI) ने गाजी हमद के हवाले से लिखा कि इजराइल का हमारी जमीन पर कोई अधिकार नहीं है. हमें देश को हटाना होगा. द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, हमास के एक वरिष्ठ सदस्य ने 7 अक्टूबर को इजराइल में किए गए हमले की सराहना की और इस बात पर जोर दिया कि अगर मौका दिया गया, तो आतंकवादी समूह भविष्य में कई बार इसी तरह के हमले दोहराएगा, जब तक कि इजराइल का खात्मा नहीं हो जाता.

द टाइम्स ऑफ इज़राइल के अनुसार, हमास के राजनीतिक ब्यूरो के सदस्य गाजी हमद ने लेबनानी टेलीविजन चैनल एलबीसी के साथ एक साक्षात्कार में अपनी टिप्पणी साझा की, जिसे बाद में मध्य पूर्व मीडिया रिसर्च इंस्टीट्यूट (MEMRI) द्वारा बुधवार को अनुवादित और प्रकाशित किया गया.

इजराइल पर बार-बार होंगे हमले: हमास 

हमास के अधिकारी ने कहा, "इजराइल एक ऐसा देश है जिसका हमारी ज़मीन पर कोई स्थान नहीं है. हमें इसे हटाना होगा क्योंकि यह अरब और इस्लामी देशों के लिए सुरक्षा, सैन्य और राजनीतिक तबाही है. हमें यह कहने में कोई शर्म नहीं है." अधिकारी ने कहा इजराइल का अस्तित्व "अतार्किक" है और इसे सभी "फिलिस्तीनी भूमि" से मिटा दिया जाना चाहिए.

गाजी हमद ने कहा, "हमें इजराइल को सबक सिखाना चाहिए, और हम इसे दो बार और तीन बार करेंगे और हम इसे चुकाने के लिए तैयार हैं. हमें शहीदों का देश कहा जाता है और हमें शहीदों का बलिदान देने पर गर्व है."