यरूशलम, 16 नवंबर: इजराइल के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि उन्हें यकीन है कि गाजा के अल-शिफा अस्पताल में सेना के तलाशी अभियान से 'अधिक से अधिक सामग्री' साझा की जाएगी. यहूदी राष्ट्र का मानना है कि यहां हमास की भूमिगत सुरंगें हैं. गाजा के सबसे बड़े अस्पताल में सैन्य अभियान को उचित ठहराते हुए, इजरायली प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के वरिष्ठ सलाहकार, मार्क रेगेव ने बुधवार रात बीबीसी से कहा "अंतर्राष्ट्रीय कानून विशेष रूप से कहता है कि जिस क्षण आपका दुश्मन अपनी सेना के लिए अस्पताल जैसे मानवीय स्थल का उपयोग करता है, तो आप उस साइट को निशाना बना सकते हैं.". रेगेव की टिप्पणी तब आई जब इजराइली बलों ने अस्पताल के अंदर हमास के आतंकी ढांचे के खिलाफ ऑपरेशन चलाया.
ऑपरेशन बुधवार शाम तक चला, इसमें इज़राइली रक्षा बलों (आईडीएफ) को परिसर के अंदर हथियार और हमास की संपत्ति मिली, जबकि लोगों से पूछताछ भी की गई. द टाइम्स ऑफ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल के बाहर गोलीबारी के दौरान सैनिकों द्वारा हमास के कम से कम पांच बंदूकधारियों को मार गिराया गया. मीडिया को संबोधित करते हुए आईडीएफ के प्रवक्ता डेनियल हगारी ने बुधवार रात कहा कि ऑपरेशन करीब 18 घंटे तक चला. उन्होंने कहा कि आईडीएफ ने अस्पताल परिसर की बड़े पैमाने पर तलाशी ली और हमास के आतंकवादियों के मिलने की संभावना से इनकार नहीं किया. यह भी पढ़ें : हैती में एक गिरोह के सशस्त्र सदस्यों ने अस्पताल को घेरा, पुलिस ने लोगों को सुरक्षित निकाला
इज़राइली सेना ने आरोप लगाया है कि फ़िलिस्तीनी सशस्त्र समूह शिफ़ा अस्पताल के भीतर और नीचे एक सैन्य परिसर संचालित करते हैं. अस्पताल के प्रबंधन और गाजा में फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन आरोपों का खंडन किया है और स्वतंत्र जांच की मांग की है. वर्तमान में, यह स्पष्ट नहीं है कि इज़राइली ऑपरेशन के बाद परिसर में क्या या कौन बचा है. इस बीच, इज़राइली सेना ने कि सैनिक अस्पताल के विशेष क्षेत्र में अभियान चल रहे हैं. उधर, इज़राइल ने गाजा आतंकवादियों द्वारा पकड़े गए 240 बंधकों के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. आईडीएफ का मानना है कि ऑपरेशन से बंदियों के बारे में खुफिया जानकारी मिल सकती है.
बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार, ऑपरेशन पर प्रतिक्रिया देते हुए हमास के वरिष्ठ सदस्य बासेम नईम ने इसे "हास्यास्पद और बेकार" बताया और कहा कि वह इस बात से इंकार नहीं कर सकते कि इजराइली सेना "हथियार लेकर आई और उन्हें अल-शिफा परिसर में रख दिया." उन्होंने कहा कि इज़राइल का लक्ष्य अस्पतालों और चिकित्सा केंद्रों पर "दबाव" डालना और गाजा की आबादी को विस्थापित करना है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र के 25 अस्पताल बमबारी के कारण बंद हो चुके हैं. हमास ने इजराइली दावों का खंडन किया है कि वह अस्पताल के भीतर से संचालित होता है.
गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि अल-शिफा में सैन्य छापे से पहले, बमबारी ने अस्पताल को नुकसान पहुंचाया और विशेष सर्जरी विभाग, कोरोनरी केयर डिवीजन और एक गोदाम सहित इसके कुछ हिस्सों को क्षतिग्रस्त कर दिया. इसमें कहा गया, "सैनिकों के प्रवेश के बाद, मरीजों, कर्मचारियों और आईडीपी को कथित तौर पर परिसर के भीतर स्थानांतरित कर दिया गया." मंत्रालय ने यह भी दावा किया कि बुधवार को अल शिफा में रखे गए 179 शवों को ठीक से रखरखाव नहीं होने पर परिसर के अंदर एक सामूहिक कब्र में दफना दिया गया.