तेल अवीव, 10 अगस्त : इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने गाजा शहर में एक स्कूल पर हमला कर वहां से आतंकी अभियान चला रहे इस्लामिक जिहाद और हमास के 20 आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया है. इससे पहले हमास ने हमले में कम से कम 100 फिलिस्तीनियों के मारे जाने का दावा करते हुए कहा था कि स्कूल में विस्थापित आम नागरिक थे.
आईडीएफ ने सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में बताया, “इजरायली रक्षा बलों को खुफिया सूचना मिली थी कि अल-तबी'इन स्कूल परिसर और इसमें स्थित मस्जिद का उपयोग हमास तथा इस्लामिक जिहाद के सैन्य ठिकाने के रूप में किया जा रहा था, जहां से वे आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम दे रहे थे. इसलिए, इस परिसर पर हमला किया गया. हमले में वरिष्ठ कमांडरों के साथ हमास और इस्लामिक जिहाद के लगभग 20 आतंकवादी मारे गये.” यह भी पढ़ें : बांग्लादेश के प्रधान न्यायाधीश ओबैदुल हसन ने इस्तीफा देने का फैसला किया : रिपोर्ट
हमास द्वारा संचालित सरकारी सूचना कार्यालय से प्रकाशित जानकारी को खारिज करते हुए इजरायली सेना ने स्पष्ट किया कि हमास द्वारा जारी आंकड़े और तथ्य आईडीएफ के पास मौजूद जानकारी से मेल नहीं खाते. आईडीएफ के पोस्ट में कहा गया कि हमले से पहले नागरिकों को नुकसान कम करने के लिए कई कदम उठाए गए. इजरायल ने हमास पर "अंतर्राष्ट्रीय कानून का उल्लंघन" करने और "लोगों को आतंकवादी गतिविधियों के लिए मानव ढाल के रूप में उपयोग करने" का आरोप लगाया है.
इससे पहले हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया कार्यालय ने घोषणा की थी कि गाज़ा सिटी के अल-दाराज में एक स्कूल में इजरायली हवाई हमलों में कम से कम 100 फिलिस्तीनी नागरिकों की मौत हो गई है, जिसका इस्तेमाल विस्थापित लोगों के लिए आश्रय के रूप में इस्तेमाल हो रहा था.
आईडीएफ ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि उसने लेबनान में एक वरिष्ठ हमास कमांडर, समेर महमूद अल-हज को मार गिराया है. आईडीएफ ने कहा "समेर लेबनान के सिदोन क्षेत्र में स्थित ऐन अल-हिलोएव शरणार्थी शिविर में सैन्य बलों के कमांडर के रूप में काम करते हुए इजरायल पर हमले के लिए आतंकवादियों की भर्ती और प्रशिक्षण की जिम्मेदारी संभाल चुका है. हम हमास के खतरे को समाप्त करने के लिए ऑपरेशन जारी रखेंगे, चाहे वह आतंकवादी संगठन किसी भी मंच पर काम कर रहा हो.