India-China Relation: सीमा विवाद को सुलझाने के लिए भारत-चीन के बीच 12 घंटे तक चली बातचीत
भारत-चीन (Photo Credits: Pixabay)

नई दिल्ली, 13 जनवरी : भारत और चीन के सैन्य प्रतिनिधियों ने पैट्रोलिंग प्वाइंट-15, हॉट स्प्रिंग्स से सैनिकों को पीछे हटाने पर 12 घंटे से अधिक समय तक विचार-विमर्श किया. चीनी पक्ष के मोल्दो में दोनों देशों के सैन्य कमांडरों के बीच बुधवार को बैठक सुबह 10 बजे शुरू हुई और रात 10.30 बजे समाप्त हुई. सीमा विवाद को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच सैन्य वार्ता का यह 14वां दौर है. सैन्य चर्चाओं की बात करें तो भारतीय सेना प्रमुख जनरल एमएम. नरवणे ने बुधवार को कहा कि उन्हें आने वाले दिनों में कुछ अच्छे परिणामों की उम्मीद है.

जनरल नरवणे ने कहा था कि उत्तरी सीमाओं के साथ, भारतीय सेना ने पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के साथ निरंतर बातचीत में संलग्न रहते हुए, ऑपरेशनल तैयारियों के उच्चतम स्तर को बनाए रखना जारी रखा है. उन्होंने कहा, "हम बातचीत के मौजूदा दौर में पेट्रोलिंग प्वाइंट 15 (हॉट स्प्रिंग) से जुड़े मसले को हल करने की उम्मीद कर रहे हैं. एक बार ऐसा हो जाने के बाद हम मौजूदा गतिरोध से पहले के अन्य मुद्दों पर गौर करेंगे." सकारात्मक घटनाक्रम के बारे में एक सवाल के जवाब में, उन्होंने बताया, "बातचीत लंबे समय से चल रही है. यह अच्छी बात है कि बातचीत चल रही है. हमें मामले में एक दूसरे से बात करते रहना है." हालांकि, भारतीय सेना प्रमुख ने कहा कि आंशिक रूप से सैनिकों को पीछे हटाया गया है, लेकिन खतरा किसी भी तरह से कम नहीं हुआ है. यह भी पढ़ें : Omicron Variant: ओमिक्रॉन लहर के चलते अमेरिकी एयरलाइंस के लिए संकट में बढ़ोतरी- रिपोर्ट

जनरल नरवने ने कहा कि जिन क्षेत्रों में अभी सेना को हटाया जाना बाकी है, वहां बल के स्तर को पर्याप्त रूप से बढ़ाया गया है. खतरे के आकलन और आंतरिक विचार-विमर्श के परिणामस्वरूप क्षेत्रीय अखंडता सुनिश्चित करने और पीएलए बलों और सैन्य बुनियादी ढांचे के प्रमुख संवर्धन को पूरा करने के लिए सेना के जनादेश को ध्यान में रखते हुए बलों का पुनर्गठन हुआ है. बातचीत से ठीक पहले चीन ने नया सीमा कानून लागू किया है और अपने नक्शे में अरुणाचल प्रदेश के 15 स्थानों का नाम भी बदल दिया है. भारत और चीन लगभग दो वर्षो से गहन सीमा विवाद से जूझ रहे हैं और अब मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत की जा रही है.