दोहा, 2 जून : कतर, अमेरिका और मिस्र ने संयुक्त रूप से जारी किए गए एक बयान में हमास और इजरायल से अमेरिकी प्रस्ताव पर एक समझौते को अंतिम रूप देने का आह्वान किया है. कतर के विदेश मंत्रालय ने ये संयुक्त बयान जारी किया है. सिन्हुआ समाचार एजेंसी की रिपोर्ट में कहा गया है कि गाजा में युद्ध विराम और बंधकों की रिहाई के लिए इजरायल और हमास बातचीत करें.
शनिवार को जारी बयान में कहा गया, "सभी पक्षों की मांगों को एक ऐसे समझौते में लाया गया है, जो दोनों के हितों की पूर्ति करता है. गाजा में पीड़ित लोगों के साथ-साथ बंधकों और उनके परिवारों दोनों को तत्काल राहत पहुंचाएगा." इसमें कहा गया, "यह सौदा स्थायी युद्ध विराम और संकट को समाप्त करने के लिए एक रोडमैप है." अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने शुक्रवार को इस प्रस्ताव का खुलासा किया था, जिसके तहत गाजा संघर्ष को समाप्त किया जाएगा और सभी बंधकों को रिहा किया जाएगा. यह भी पढ़ें : Chinese Spacecraft on Moon: चीन ने चांद के अंधेरे हिस्से पर उतारा अपना अंतरिक्ष यान! धरती पर लाएगा चंद्रमा की मिट्टी
इस बीच, वेस्ट बैंक में फिलिस्तीनी सूत्रों ने बताया कि जेरिको के दक्षिण में अकाबत जाबेर शरणार्थी शिविर में इजरायली सेना की गोलीबारी में एक फिलिस्तीनी लड़के की मौत हो गई. फिलिस्तीनी सुरक्षा सूत्रों ने शनिवार को सिन्हुआ समाचार एजेंसी को बताया कि इजरायली सेना ने शिविर पर धावा बोला और शिविर में पश्चिमी कब्रिस्तान के पास दो लोगों पर गोली चलाई. बाद में, फिलिस्तीनी रेड क्रिसेंट सोसाइटी ने शनिवार को एक संक्षिप्त बयान में कहा कि उसे दक्षिणी चेकपॉइंट पर 15 साल के एक लड़के का शव मिला. गोलीबारी में एक व्यक्ति घायल हो गया.
घटना के बारे में इजरायली सेना ने कोई टिप्पणी नहीं की है, लेकिन इजरायली सेना ने अक्सर कहा है कि वेस्ट बैंक में उसके छापे "आतंकवाद विरोधी अभियान" होते हैं. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले अक्टूबर से अब तक वेस्ट बैंक और यरुशलम में 500 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं. इधर, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि उन्होंने वाशिंगटन में अमेरिकी कांग्रेस की संयुक्त बैठक को संबोधित करने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है. इजरायली प्रधानमंत्री ने शनिवार को एक बयान में कहा कि वह कांग्रेस के दोनों सदनों में इजरायल-फिलिस्तीन संघर्ष पर सच्चाई बताएंगे. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी सीनेट और प्रतिनिधि सभा ने नेतन्याहू को अमेरिकी कांग्रेस में भाषण देने के लिए आमंत्रित किया है.