टोरंटो, 2 दिसम्बर : कनाडा में एक विपक्षी दल ने सरकार से धार्मिक अल्पसंख्यकों के साथ कथित दुर्व्यवहार और मानवाधिकार रिकॉर्ड को लेकर भारत में जी20 गतिविधियों का बहिष्कार करने का आह्वान किया है. बहिष्कार का आह्वान तब हुआ जब भारत ने गुरुवार को 'वसुधैव कुटुम्बकम' के विचार के तहत औपचारिक रूप से जी20 की अध्यक्षता ग्रहण की. न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (एनडीपी) के सांसद हीथर मैकफर्सन और ब्लेक देसजरलाइस ने बयान में सत्तारूढ़ लिबरल सरकार से भारत में जी20 गतिविधियों के राजनयिक बहिष्कार में शामिल होने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि वे भारत में नागरिक स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के उल्लंघन की आ रही रिपोटरें से चिंतित हैं. भारत सरकार अपनी जिम्मेदारी को पूरा नहीं कर रही.
भारत की वर्तमान सरकार के प्रति अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए, एनडीपी ने कहा, कनाडा को कश्मीर में नियोजित किसी भी जी 20 गतिविधियों को अस्वीकार करना चाहिए और मानवाधिकारों के हनन जारी रहने तक जी 20 में भाग लेने से इनकार करना चाहिए. सिख नेता जगमीत सिंह की अध्यक्षता वाली पार्टी ने कनाडा सरकार से मानवाधिकारों के लिए स्टैंड लेने और भारत के सभी लोगों के साथ एकजुटता दिखाने का आह्वान किया है, जिन्हें स्वतंत्र रूप से और बिना उत्पीड़न के जीने का अधिकार है. इस बीच कनाडा ने पिछले सप्ताह जारी अपनी हिंद-प्रशांत रणनीति के तहत भारत को एक महत्वपूर्ण भागीदार करार दिया है. यह भी पढ़ें: अल्ज़ाइमर की प्रयोगात्मक दवा असरदार तो लगती है – लेकिन अभी कई बाधाएं दूर करना बाकी
कनाडा का प्रमुख जोर लोगों से लोगों के बीच संबंध बनाने, नई दिल्ली और चंडीगढ़ में वीजा-प्रसंस्करण क्षमता को मजबूत करने के साथ-साथ भारत के साथ शैक्षणिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक, युवा और अनुसंधान आदान-प्रदान में अधिक निवेश करने पर है. पिछले महीने इसने भारत के साथ एक विस्तारित हवाई परिवहन समझौते की घोषणा की, जिससे निर्दिष्ट एयरलाइनों को दोनों देशों के बीच असीमित संख्या में उड़ानें संचालित करने की अनुमति मिली.