वाशिंगटन ,18 जनवरी : हमले के खतरे के बीच हजारों पुलिस कर्मियों और सुरक्षा एजेंसियों के कर्मियों के साथ-साथ ‘नेशनल गार्ड’ के 25,000 से अधिक जवानों को यहां तैनात किया गया है. निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald trump) के समर्थकों के अमेरिकी संसद भवन पर छह जनवरी को हुए हिंसक हमले के बाद से ही सुरक्षा कड़ी की गई है. लेकिन अब शहर की सुरक्षा में तैनात कुछ जवानों के नवनिवार्चित राष्ट्रपति तथा नवनिवार्चित उपराष्ट्रपति के लिए खतरा उत्पन्न करने का डर सताने लगा है. सैन्य मामलों के मंत्री रेयान मैककार्थी ने ‘एपी’ को रविवार को बताया कि अधिकारी संभावित खतरे को लेकर सतर्क हैं और सभी कमांडर को शपथ समारोह से पहले उनकी रैंक में किसी भी तरह की समस्या पर गौर करने को कहा है. हालांकि उनका कहना है कि अभी तक किसी तरह के खतरे के कोई संकेत नहीं मिले हैं.
मैककार्थी ने कहा कि वह लगातार इस प्रक्रिया का पालन कर रहे हैं और अभियान में तैनात सभी लोगों पर नजर रखी जा रही है.
कई अधिकारियों ने बताया कि डीसी में ‘नेशनल गार्ड’ की तैनाती का काम एक सप्ताह से कुछ पहले शुरू किया गया था और यह बुधवार तक पूरा हो जाएगा. मैककार्थी ने कहा, ‘‘ हमें सतर्क रहने की जरूरत है और अभियान से जुड़े सभी पुरुषों और महिलाओं पर पूरी नजर रखने के लिए हमें सभी तंत्रों का इस्तेमाल करने की आवश्यकता है.’’ यह भी पढ़ें : America: ट्रंप ने कैपिटल बिल्डिंग में हिंसा की निंदा की, सत्ता के सुगम हस्तांतरण का किया वादा
इससे पहले, एफबीआई ने अपने आंतरिक बुलेटिन में शपथ समारोह से पहले वाशिंगटन डीसी तथा सभी 50 राज्यों के संसद भवनों में हथियारबंद प्रदर्शन की आशंका भी जताई थी. अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति जो बाइडन 20 जनवरी को कार्यभार संभालेंगे.