अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीरिया को लेकर एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल-असद अब अपने देश से भाग चुके हैं. उनके अनुसार, असद को अब रूस का समर्थन नहीं मिल रहा है, क्योंकि रूस, जो पहले असद का प्रमुख रक्षक था, अब अपनी प्राथमिकताओं में बदलाव कर चुका है. ट्रंप ने कहा कि रूस, जो वर्तमान में यूक्रेन युद्ध में उलझा हुआ है, ने सीरिया में अपनी रुचि खो दी है.
रूस-यूक्रेन युद्ध का असर
डोनाल्ड ट्रंप के अनुसार, रूस के लगभग 6 लाख सैनिक यूक्रेन युद्ध में मारे गए या घायल हुए हैं. यह युद्ध न केवल रूस की सैन्य शक्ति बल्कि उसकी अर्थव्यवस्था पर भी भारी पड़ा है. ट्रंप ने दावा किया कि रूस और ईरान दोनों ही कमजोर स्थिति में हैं. रूस यूक्रेन में अपनी स्थिति को लेकर संघर्ष कर रहा है, जबकि ईरान पर इज़राइल के हमलों का प्रभाव पड़ा है.
सीरिया, रूस और ईरान पर असर
ट्रंप ने यह भी कहा कि सीरिया में रूस और ईरान की कमजोरी ने स्थिति को बदल दिया है. रूस अब सीरिया में असद का समर्थन करने में असमर्थ है, और यह बदलाव सीरिया के लिए निर्णायक साबित हुआ. ट्रंप ने यह भी इशारा किया कि इज़राइल की सफलता ने ईरान को कमजोर कर दिया है, जिससे क्षेत्रीय समीकरण बदल रहे हैं.
BREAKING 🚨 TRUMP STATEMENT ON SYRIA: "Assad is gone. He has fled his country. His protector, Russia, Russia, Russia, led by Vladimir Putin, was not interested in protecting him any longer." pic.twitter.com/FA884kk3hD
— Insider Paper (@TheInsiderPaper) December 8, 2024
युद्धविराम और बातचीत की अपील
डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन और रूस दोनों से तुरंत युद्धविराम करने और बातचीत शुरू करने की अपील की. उन्होंने कहा कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर ज़ेलेंस्की भी इस "पागलपन" को रोकना चाहते हैं. ट्रंप के मुताबिक, यूक्रेन ने 4 लाख सैनिक और बड़ी संख्या में नागरिकों को खो दिया है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर यह युद्ध जारी रहा, तो इसके परिणाम और भी विनाशकारी हो सकते हैं.
चीन की भूमिका और वैश्विक उम्मीदें
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि यह व्लादिमीर पुतिन के लिए सही समय है कि वह कार्रवाई करें. उन्होंने यह भी कहा कि चीन इस स्थिति में मदद कर सकता है. ट्रंप ने जोर देकर कहा कि दुनिया इस समस्या के समाधान के लिए इंतजार कर रही है.
ट्रंप का यह बयान वैश्विक राजनीति में नए समीकरणों की ओर इशारा करता है. असद के देश छोड़ने से सीरिया में एक नए युग की शुरुआत हो सकती है, और रूस व यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध को समाप्त करने के लिए एक वैश्विक समझौते की जरूरत है.