नई दिल्ली: कोरोना वायरस (Coronavirsu) के चलते नेपाल में 27 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है. जिसकी वजह से लोग अपने घरों में ही कैद है. नेपाल सरकार (Nepal Govt) ने इस महामारी को रोकथाम के लिए घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय सेवाओं पर रोक लगाईं थी. लेकिन नेपाल में बढ़ते कोविड-19 के मामलों को देखते हुए दोनों सेवाओं को 15 मई तक के लिए बढ़ा दी है. नेपाल प्रधानमंत्री कार्यालय के सचिव नारायण बिदारी (Narayan Bidari) ने लोगों को यह जानकारी दी है .
दरसल कोरोना वायरस को लेकर दूसरे अन्य देशों की तरह नेपाल भी इस महामारी से परेशान है. जिसकी वजह से नेपाल में 27 अप्रैल तक लॉकडाउन घोषित है. ताकि इस महामारी को रोका जा सके. नेपाली स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दो दिन पहले जारी आँकड़ों के मुताबिक़ नेपाल में 48 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. लेकिन नेपाल के लिए राहत की बात है कि वहां अभी तक कोरोना वायरस से किसी की मौत नहीं हुई है और 10 लोग इलाज के बाद ठीक होकर अपने घर लौट चुके हैं. यह भी पढ़े: नेपाल में कोरोना वायरस का बढ़ा प्रकोप, मरीजों की संख्या बढ़कर हुई 47
Nepal extends ban on operations of domestic and international flights till 15th May: Narayan Bidari, Secretary at Nepal Prime Minister's Office. #COVID19
— ANI (@ANI) April 25, 2020
वहीं इस महामारी को लेकर भारत भले ही परेशान हैं. इसके बाद भी अमेरिका समेत पडोसी मुल्क की मदद कर रहा है. भारत ने हाल में नेपाल को लगभग 23 टन जरूरी दवाई भेजी है. नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने इसके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद करते हुए एक ट्वीट किया है.हालांकि नेपाल के पीएम के ट्वीट के बाद पीएम मोदी ने भी ट्वीट कर लिखा कि भारत और नेपाल के बीच का संबंध बेहद खास है. यह संबंध ना केवल मजबूत हैं बल्कि इसकी जड़ें काफी गहरी हैं. भारत इस आपदा की घड़ी में नेपाल के साथ खड़ा है.'