कोरोना वायरस का अर्थव्यवस्था पर भी होगा नकारात्मक असर, जा सकती हैं 5 करोड़ लोगों की नौकरी, इस सेक्टर को हो रहा है सबसे ज्यादा नुकसान 

कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया सहित भारत में कहर मचाया हुआ है. इस वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अगर बात की जाए विश्व की तो 1 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. खबर है कि कोरोना वायरस के चलते टूरिज्म इंडस्ट्री में काम कर रहे 5 करोड़ लोगों पर इसका असर पड़ेगा.

कोरोना वायरस (Image Credit: IANS)

नई दिल्ली. कोरोना वायरस (Coronavirus) ने पूरी दुनिया सहित भारत में कहर मचाया हुआ है. इस वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. अगर बात की जाए विश्व की तो 1 लाख से ज्यादा लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हैं. वही भारत में अब तक 112 लोग कोविड-19 से पीड़ित हैं. कोरोना से कैसे निपटा जाए इसके लिए पूरी दुनिया में ठोस कदम सरकार की तरफ से उठाये जा रहे हैं. Bloomberg.com की खबर की मानें तो  कोरोना वायरस के चलते टूरिज्म इंडस्ट्री (Tourism Industry) में काम कर रहे 5 करोड़ लोगों पर इसका असर पड़ेगा.

वर्ल्ड ट्रैवल एंड टूरिज्म काउंसिल के अनुसार, कोरोना वायरस के चलते सैकड़ों विमानों को खड़ा किया गया हैं और दर्जनों क्रूज़ डॉक पर हैं जिससे वर्ष 2020 के लिए अनुमानित 25 फीसदी यात्रा पर इसका असर डालेंगे. मैनेजिंग डायरेक्टर वर्जीनिया मेसिना ने कहा कि कई कंपनियों के लिए यह बात जरूरी है कि वे बिना इनकम जनरेट किये बगैर बड़े घाटे सह रहे हैं क्योंकि उन्हें ग्राहकों के पैसे वापस लौटाने होंगे. इसलिए निश्चित तौर पर इसका असर टूरिज्म इंडस्ट्री पर अनिवार्य रूप से पड़ेगा. सबसे ज्यादा नुकसान उन्हें होगा जो चीनी  यात्रियों पर निर्भर हैं. क्योंकि वे टूरिज्म पर खर्च करने वाले पर्यटकों की लिस्ट में टॉप पर गिने जाते हैं. यह भी पढ़े-कोरोना वायरस का कहर: इटली में COVID-19 से एक ही दिन में 368 मौतें, फैला मातम

ज्ञात हो कि कोरोना के चलते अमेरिका की कंपनियों ने उड़ानों की संख्या में बड़ी कटौती का ऐलान किया है. इन कंपनियों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा यूरोप के यात्रियों के प्रवेश पर बैन लगाने के बाद यह फैसला लिया है. विमानन कंपनी अमेरिकन एयरलाइंस का कहना है कि इंटरनेशनल उड़ानों की क्षमता में 75 फीसदी की कटौती करने जा रहे हैं.
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